प्रधानमंत्री की 'परीक्षा पे चर्चा' गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित
एस एन वर्मा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख पहल, परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी), जिसका आयोजन शिक्षा मंत्रालय द्वारा माई गर्वमेंट के सहयोग से 2018 से सफलतापूर्वक किया जा रहा है, को एक महीने में नागरिक सहभागिता मंच पर सर्वाधिक लोगों के पंजीकरण के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान माई गवर्नमेंट मंच पर आयोजित कार्यक्रम के 8वें संस्करण के दौरान प्राप्त 3.53 करोड़ वैध पंजीकरणों की अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए मिला है।
'परीक्षा पे चर्चा' प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित और संचालित एक अनूठा वैश्विक मंच है, जहाँ वे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से सीधे संवाद करते हैं। इससे छात्रों कोे परीक्षाएँ तनाव के बजाय प्रोत्साहन सा लगता हैं।
नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में आधिकारिक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाणपत्र औपचारिक रूप से प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान; केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव; केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद; स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार; माई गवर्नमेंट के सीईओ श्री नंद कुमारम; और शिक्षा तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ अन्य प्रमुख हितधारक भी उपस्थित थे। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक ऋषि नाथ ने इस रिकॉर्ड को मान्य और घोषित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, परीक्षा पे चर्चा को तनाव को सीखने के उत्सव में बदलकर परीक्षाओं के प्रति एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण के रूप में पुनर्परिभाषित किया गया है। श्री प्रधान ने बताया कि 2025 में पीपीसी के 8वें संस्करण को सभी मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुल 21 करोड़ से ज़्यादा दर्शकों ने देखा। उन्होंने आगे कहा कि पीपीसी 2025 में भारी भागीदारी को समग्र और समावेशी शिक्षा के प्रति देश की सामूहिक प्रतिबद्धता और विकसित भारत के दृष्टिकोण के साथ संरेखण के रूप में देखा जा रहा है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए, अश्विनी वैष्णव ने परीक्षा पे चर्चा को प्रधानमंत्री एक अनूठी पहल बताया, जो छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को कल्याण और तनाव मुक्त शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक साथ लाती है। उन्होंने इस अमृत काल में छात्रों के लिए उपलब्ध करियर के व्यापक अवसरों पर प्रकाश डाला और कहा कि सबसे अधिक पंजीकरण का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड इस पहल में जनता के मजबूत विश्वास को दर्शाता है।
जितिन प्रसाद ने शासन को और अधिक सहभागी बनाने के प्रयासों के लिए माइ गवर्नमेंट की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे माई गवर्नमेंट ने नागरिक जुड़ाव को गहरा करने और देश भर में परीक्षा पे चर्चा की पहुँच बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।
मंत्रालय के अनुसार एनईपी 2020 तनाव-मुक्त और आनंदमय शिक्षा पर ज़ोर देती है। यह रटकर सीखने की प्रवृत्ति से हटकर अनुभवात्मक शिक्षा पर आधारित महत्वपूर्ण संज्ञानात्मक कौशल विकसित करने को प्रोत्साहित करती है। अपनी शुरुआत से ही, परीक्षा पे चर्चा एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के रूप में विकसित हुई है जो परीक्षाओं को आत्म-अभिव्यक्ति और विकास के अवसरों में बदल देती है। व्यक्तिगत संवादों के माध्यम से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समय प्रबंधन, डिजिटल विकर्षणों, सचेतनता और भावनात्मक लचीलेपन जैसी प्रमुख चुनौतियों का समाधान करते हैं और छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों, सभी को व्यावहारिक मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं।