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*रेलवे की दारू और कामचोरी ने ली 300 जानें*

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   *रेल मंत्री और दोषी अधिकारियों को मोदी ने क्यों बचाया?*  *आचार्य विष्णु हरि सरस्वती*  मोदी की सरकार ने अभी तक यह जिम्मेदारी तय नहीं कर सकी कि भीषण रेल दुर्धटना किस कारण हुई जिसमें तीन सौ से अधिक जानें गयी और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए। इतनी बड़ी दुर्घटना और हानि के बाद भी जिम्मेदार लोगों की पहचान करने में विफलता मोदी की छबि और कथनी को कंलकित करती है। नरेन्द्र मोदी भी रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों को संरक्षण देकर उनके गुनाहों पर पर्दा डालेंगे।                 दुर्घटना में तकनीकी पक्ष को रख कर रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों को बचाने का खेल जारी है। रेलवे के कर्मचारियों और अधिकारियों की कामचोरी के कारण यह हादशा हुआ है। दोनों ओर से सिंगल हरा था। सिंगल दोनों ओर से हरा था तो यह गलती रेलवे कर्मचारियों की है। रेलवे के कर्मचारी और अधिकारी कामचोरी करते हैं, खासकर रात में दारू के नशे में रहते हैं। मैंने खुद कई यात्राओं में रेलवे के टिकट चैकर को शराब के नशे में देखा है, कोच अटेंडेंट को शराब के नशे में देखा है, रेलवे कोच के सफाईकर्मियों को शराब के नशे में देखा है। रेलवे स्टेशन

नए संसद भवन में दस्तकारी हाट समिति ने तैयार किया 350 से अधिक शिल्पकारों की कलाकृतियों को प्रदर्शित करने वाली गैलेरी का डिजाइन

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नई दिल्ली : नए संसद भवन में स्थित शिल्प गैलरी में भारत के बहुमुखी सांस्कृतिक और शिल्प इतिहास की छवि को जीवंत करने के लिए  350 से अधिक कलाकारों की रचनाओं का प्रदर्शन हो रहा है जो भारत की रचनात्मक आत्मा को बांधने वाले आठ स्थापनाओं को एक एकीकृत करता है इसे दस्तकारी हाट समिति की अध्यक्षा जया जेटली द्वारा डिज़ाइन किया गया है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्रमुख शिल्प रूपों को साथ लाने वाली प्रदर्शनी के लिए शिल्प संगठन ने शिल्पकारों के साथ नौ महीने तक जी तोड़ मेहनत की है इसका उद्देश्य शिल्प कौशल और कला को लोगों के सामने लाना है जो हमारी एक राज्य और सभ्यता के रूप में हमारी जीवित विरासत का हिस्सा है। प्रदर्शनी को प्रक्षेपण, प्रकृति, आस्था, उल्लास, पर्व, समरस्ता, स्वावलम्बन और यात्रा जैसे आठ विषयों में विभाजित किया गया है, जो भारत की अद्वितीय ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत के साथ वर्तमान का जीवंत चित्रण करती है। हर कलाकृति का हर एक तत्व विविधता, आशा और गौरव को एक सूत्र में बांधता है। उल्लास स्थापना में बूटेदार रजाई बनाने का कार्य होता है जो कि दर्जी की दुकानों से पुरानी साड़िय

*विषकन्याओं और प्रोफेशनलों के हाथों मोदी को मिलेगी वीरगति*

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 *लोकसभा 2024 चुनावों का मेरा सर्वेक्षण पूरा*  = ================  *आचार्य विष्णु हरि सरस्वती*  ==================== मैंने चार महीनें का समय लगाया और पूरे देश की राजनीतिक स्थिति तथा जनता के मन-मिजाज का अध्ययण किया। मेरी कसौटी पर देशभक्ति थी और जिहाद था तथा आत्म जनता की निजी व स्थानीय आंकाक्षाएं भी थी, नये वोटिंग समूह की सोच भी थी। कहीं न कहीं विरोध की भावनाएं निहित थी। विरोध की भावनाएं शीर्ष स्तर पर बैठे मोदी के प्रति कम जरूर थी और पार्टी और अन्य नेताओं के प्रति विरोध की भावनाएं जरूर मिली हैं।             मेरा नरेन्द्र मोदी चुनाव सर्वेक्षण रिपोर्ट सटीक रही है। मैंने 2014 के पहले रिपोर्ट दिया था कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं और उन्हें पूर्ण बहुमत मिलने वाला है। प्रमाण के तौर पर मेरी पुस्तक है। मैंने नरेन्द्र मोदी पर एक पुस्तक लिखी थी जो 2013 में आयी थी। पुस्तक का नाम है नरेन्द्र मोदी 21 वीं सदी का नायक। मैने इस पुस्तक में एक सिद्धांत दिया था कि प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। 2019 में भी मैंने मोदी के फिर से आने की रिपोर्ट

अमरेंदु प्रकाश ने सेल अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया

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नई दिल्ली :   अमरेंदु प्रकाश ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष का आज 31 मई , 2023 को कार्यभार ग्रहण किया। सेल अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने से पहले , श्री प्रकाश सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी के पद पर कार्यरत थे। बीआईटी सिंदरी से मेटलर्जिकल इंजीनियर , श्री प्रकाश ने 1991 में एक प्रबंधन प्रशिक्षु (तकनीकी) के रूप में सेल ज्वाइन किया । सेल के विभिन्न संयंत्रों और इकाइयों में विभिन्न पदों पर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए ,  अमरेंदु प्रकाश 2020 में सेल बोर्ड में बोकारो संयंत्र के निदेशक प्रभारी के रूप में चुने गए। श्री प्रकाश एक कुशल टेक्नोक्रेट हैं। सेल में तीन दशकों से अधिक के अपने कार्यकाल में , श्री प्रकाश को शॉप लेवल पर प्लांट ऑपरेशंस , सेल मुख्यालय में कॉर्पोरेट गतिविधियों और माइनिंग ऑपरेशंस के साथ एक बड़े स्टील प्लांट के संचालन करने का अनुभव रहा है। वह उस टीम के प्रमुख सदस्य थे , जो 2015-17 में सेल के व्यवसाय परिवर्तन और वित्तीय बदलाव का नेतृत्व कर रही थी। बोकारो इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी का कार्यभार संभालने के बा

सेक्टर 122 की गुलाबी टीम ने गंगा दशहरा के अवसर पर पिलाये गुलाबी शरबत

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 _गर्मी में ठंडे शरबत से मन को मिल जाती है शांति  नोएडा : सेक्टर 122 के महिलाओं का समूह जो सुबह  सुबह साथ  साथ टीम  में घूमती  हैं एवं योग करती हैं,ने  गंगा  दशहरा के अवसर पर हजारों राहगीर एवं सेक्टर के निवासियों को  शरबत पिलाये. आरडब्लूए के अध्यक्ष डॉ शर्मा ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि  टीम की सभी महिलायें _गुलाबी रंग के कपडे  पहने हुए गुलाबी शरबत पिलाते वक़्त का दृश्य बहुत हीं मनोरम लग रहा था. यहाँ तक की छाये  के लिये लगाए  गये टेंट भी गुलाबी था. उन्होंने बताया कि जेष्ठ के गर्मी का मौसम  में शरबत दान को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि शरबत दान से न केवल खुद को अात्मसंतोष मिलता है बल्कि प्यासे लोगों को शरबत पीने से मिलने वाली तृप्ति से  खुशहाली छाती  हैं.  आरडब्लूए एवं  सेक्टर की ओर से इस गुलाबी टीम  को शुभकामनायें दी गयी. 

* नोएडा रत्न अशोक श्रीवास्तव डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित*

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नोएडा  सामाजिक संस्था *नवरत्न फॉउंडेशन्स* के संस्थापक अध्यक्ष  * नोएडा रत्न अशोक श्रीवास्तव* को *सुकरात सोशल रिसर्च यूनिवर्सिटी* ने *डीजीपी हिमाचल प्रदेश श्री संजय कुंडू जी* द्वारा अभूतपूर्व सामाजिक कार्यों के लिए *"डॉक्टरेट"* की मानद उपाधि प्रदान कराई. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डॉ आशीष गुप्ता, के. योगेश, डॉ. अलोक, श्रीमती अंजू सिंह भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी इत्यादि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए.  डॉ. अशोक श्रीवास्तव  ने गत करीब 40 वर्षो से समाज सेवा मे समर्पित भाव से विभिन्न आयामों में कार्यक्रम कर रहे है. अभी तक नवरत्न के माध्यम से गरीब महिलाओं को हुनरमंद बनाने के लिये 35 सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोले हैं साथ मैं 6 प्रोड़ शिक्षा केंद्र, 8 कंप्यूटर शिक्षण केंद्र, एक गरीन बच्चों के लिये निशुल्क नवरत्न ज्ञानपीठ ओर बुज़ुर्गो के लिये फिजियोथेरेपी सेंटर भी स्थापित किया है. नोएडा के सभी लोगों ने डॉ. अशोक श्रीवास्तव  को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की हैं. नवरत्न परिवार इस उपलब्धि से गदगद है.

*मायावती ऐसे बनेंगी प्रासांगिक*

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 *राष्ट्र-चिंतन*   *आचार्य विष्णु हरि सरस्वती* मायावती की नयी राजनीतिक आग में कई लोग झुलस गये, कई लोगों की इच्छाएं और अफवाह भी लहूलुहान होकर खाक हो गये। कई राजनीतिक धाराएं अब मायावती पर पीठ में छूरा घोंपने जैसे आरोप भी लगा रही हैं। अब यहां यह प्रश्न उठता है कि मायावती की राजनीति की नयी आग क्या है? मायावती की नयी राजनीतिक आग भाजपा से दोस्ती का हाथ बढ़ाने और भाजपा को समर्थन देने का है। नये संसद भवन के उदघाटन पर मायावती ने आश्चर्यजनक ढंग से भाजपा का समर्थन कर दिया। मायावती ने कह दिया कि नये संसद भवन का उदघाटन करने का अधिकार नरेन्द्र मोदी को है। जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां संसद भवन के उदघाटन को लेकर राजनीतिक रार-बखेड़ा खड़ा कर रखी थी। नये संसद भवन का नरेन्द्र मोदी ने उदघाटन भी कर दिया और अब यह प्रसंग भी सिद्धांतः समाप्त हो चुका है। लेकिन मायावती की भाजपा प्रेम की राजनीतिक आग अभी भी जल रही है। यह कहा जा रहा है कि मायावती को भाजपा के खेमे में कदापि नहीं जाना चाहिए। मायावती को 2024 में नरेन्द्र मोदी को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष का साथ देना चाहिए।  लेकिन मायावती अपनी अलग राजनीत