कर्णप्रिय कविताओं पर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा पंडाल



हिंदी नववर्ष पर सेक्टर 122 में कवि सम्मेलन

नोएडा : हिन्दी नववर्ष के शुभ अवसर पर विश्व हिंदी परिषद, नोएडा संभाग द्वारा एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। "विश्व कल्याण में भारतीय संस्कृति और हिंदी का योगदान" विषय पर आधारित इस कवि सम्मेलन का आयोजन नोएडा कम्युनिटी सेंटर, सेक्टर-122 में किया गया। इस अवसर पर देश के प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांधा और हिंदी भाषा एवं भारतीय संस्कृति की महत्ता को प्रभावशाली अंदाज में प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक भारतीय नृत्य "भरतनाट्यम" से हुई, जिसे युवा बालिकाओं ने प्रस्तुत किया। इसके बाद बाल कलाकार हिरत सिसोदिया ने अपनी मधुर आवाज में राधे श्याम को समर्पित आध्यात्मिक गीत प्रस्तुत किया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।





इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महेश शर्मा, लोकसभा सदस्य और संगीता बलवंत, राज्यसभा सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के उत्थान में ऐसे आयोजनों की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ विपिन कुमार, विश्व हिंदी परिषद के राष्ट्रीय महासचिव और दीपक ठाकुर, विश्व हिंदी परिषद  के उपाध्यक्ष, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने हिंदी के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम में श्री योगेंद्र शर्मा, अध्यक्ष (फोनरवा) ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और हिंदी नववर्ष के इस आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। 

कवि सम्मेलन में वीर रस, हास्य, ओज, श्रृंगार और शौर्य रस के प्रतिष्ठित कवियों ने शिरकत की। प्रो. ओमपाल सिंह निडर (वीर रस कवि एवं पूर्व सांसद) ने अपनी ओजस्वी कविता से श्रोताओं के भीतर राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल किया। श्री विनय विनम्र (हास्य एवं ओज कवि) ने अपने हास्य-व्यंग्य के माध्यम से श्रोताओं को गुदगुदाया और समसामयिक विषयों पर कटाक्ष किए। डॉ सत्येंद्र सत्यार्थी (अग्निधर्मा कवि) ने समाज में व्याप्त विसंगतियों को अपनी कविताओं के माध्यम से उजागर किया। कुंअर प्रांजल (गीतकार एवं शौर्य कवि) ने देशभक्ति और साहस से परिपूर्ण रचनाओं का पाठ किया। डॉ मंजूषा रंजन (श्रृंगार कवियित्री) ने अपनी भावपूर्ण कविताओं से प्रेम और संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति की।


इसके अलावा, डी. पी. मिश्र, अर्चना मुकेश मेहता (वीर रस कवियित्री), डी. के. शर्मा, राजेश श्रीवास्तव, डॉ. आर. पी. शर्मा (हास्य कवि) और दुर्गेश अवस्थी (गीतकार, ग़ज़लकार) ने भी अपनी उत्कृष्ट रचनाओं से कार्यक्रम को नई ऊंचाइयां दीं। श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से कवियों का स्वागत किया और उनकी रचनाओं का भरपूर आनंद लिया। 

इस भव्य आयोजन की सफलता में विश्व हिंदी परिषद, नोएडा संभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आयोजन के संयोजक एवं मार्गदर्शक डॉ उमेश शर्मा के नेतृत्व में श्री के.पी. सिंह - अध्यक्ष, ब्रह्मदत्त शर्मा - महासचिव, नोएडा, स्वाति अग्रवाल - उपाध्यक्ष, सीमा गर्ग - उपाध्यक्ष, अशोक राय - उपाध्यक्ष, डॉ. मुनीर प्रकाश अग्रवाल - उपाध्यक्ष, राम किशन यादव - संयुक्त मंत्री, डॉ. महेश चौहान - जिला अध्यक्ष, और डॉ. गिरीश सिसोदिया - मुख्य समन्वयक ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में श्रोता उपस्थित रहे, जिन्होंने कवियों की प्रस्तुति को सराहा और हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रति अपनी गहरी रुचि को व्यक्त किया। हिंदी भाषा और संस्कृति को समर्पित इस आयोजन ने सभी के हृदय में एक नई ऊर्जा का संचार किया।

यह कवि सम्मेलन केवल एक साहित्यिक आयोजन नहीं था, बल्कि हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार का एक सशक्त माध्यम भी था। इस भव्य आयोजन ने न केवल हिंदी नववर्ष का शुभारंभ किया, बल्कि साहित्यिक चेतना को भी जाग्रत किया।

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