भारत के व्यापारियों पर कोई सवारी नहीं कर सकता - कैट


कैट ने अमिताभ बच्चन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ उपभोक्ता प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराई

 

कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने अमिताभ बच्चन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ कड़ी आलोचना करते हुए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) के पास एक कड़ी शिकायत दर्ज की है, एक बेहद भ्रामक विज्ञापन के लिए अमिताभ बच्चन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है।कैट ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की धारा 2 (47) के तहत इनके ख़िलाफ़ कारवाई करने की माँग की है जो अनुचित व्यापार प्रथाओं, भ्रामक विज्ञापनों और झूठे और भ्रामक तथ्यों से संबंधित है।

 

 कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष  बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री  प्रवीन खंडेलवाल ने सीसीपीए में दायर शिकायत में कहा है कि धारा 2(47) के तहत परिभाषा के अनुसार, फ्लिपकार्ट ने अमिताभ बच्चन (एंडोर्सर) के माध्यम से मोबाइल कीमत के बारे में जनता को गुमराह किया है और कहा है की व्यापारी मोबाइल की क़ीमत जो फ़्लिपकर्ट दे सकता है वो क़ीमत वो नहीं दे सकते। जो देश के व्यापारियों का बड़ा अपमान है जो सरकारी रूल्स के ख़िलाफ़ है ।भ्रामक विज्ञापनों की रोकथाम के लिए दिशानिर्देश, 2022 के नियम 4 के अनुसार, फ्लिपकार्ट का यह विज्ञापन भ्रामक है क्योंकि इसमें सच्चा और ईमानदार प्रतिनिधित्व नहीं है और यह पूरी तरह से गलत, दुर्भावनापूर्ण, भ्रामक और चालाकीपूर्ण है।

 

श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल दोनों ने दृढ़ता से मांग की कि इसके अनुसरण में, सीसीपीए को फ्लिपकार्ट को इस विज्ञापन को तुरंत निलंबित करने का निर्देश देना चाहिए ताकि इससे भारत के ऑफ़लाइन खुदरा विक्रेताओं द्वारा सर्वोत्तम प्रदान करने के लिए किए जा रहे ईमानदार प्रयासों को और अधिक नुकसान हो।

 

श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की झूठे या भ्रामक विज्ञापन के लिए सीपीए की धारा 89 के अनुसार फ्लिपकार्ट को दंडित करने की भी मांग की दो साल की कैद और 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाये वहीं 10 लाख रुपये श्री बच्चन पर जुर्माना लगाया जाए।

 

श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने कहा कि फ्लिपकार्ट के भ्रामक और तुच्छ दावे का समर्थन करते हुए कि मोबाइल फोन पर सौदे और छूट ऑफलाइन स्टोर्स में उपलब्ध नहीं हैं और केवल फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध हैं यह कह कर श्री बच्चन ने लोगों को गुमराह किया है। उन्होंने आगे कहा कि "हम फ्लिपकार्ट की कार्रवाई से निराश नहीं हैं क्योंकि हम जानते हैं कि फ्लिपकार्ट (और अमेज़ॅन) के भारत में प्रवेश करने का एकमात्र कारण भारत के पारंपरिक खुदरा उद्योग को खत्म करना है, जो कि एफडीआई के रूप में लाई गई अत्यधिक नकदी को खरीदना है और उन्होंने वे क्रमशः 2009 और 2013 में भारत में परिचालन शुरू करने के बाद से इसी इरादे से हमारे खिलाफ गतिविधियां कर रहे हैं, लेकिन पूरा व्यापारिक समुदाय श्री बच्चन से नाराज है, जिन्होंने ऐसे कुख्यात विज्ञापन का समर्थन किया है, जहां उन्होंने काफी अतार्किक बयान दिया है जो सच्चाई से बहुत दूर है।

 

 

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