विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कारों की घोषणा,विकलांगता विषय पर सर्वश्रेष्ठ कहानी का पुरस्कार बुलन्दशहर निवासी निर्देश निधि को
नई दिल्ली
साहित्य में विकलांगता विमर्श को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आरम्भ किए गए प्रथम 'विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार' के विजेताओं की घोषणा कर दी गई है।
विकलांगता विषय पर सर्वश्रेष्ठ कहानी का पुरस्कार बुलन्दशहर निवासी निर्देश निधि को 'जीकाजि' कहानी के लिए दिया गया है। विकलांगता-केन्द्रित सर्वश्रेष्ठ काव्य रचना का पुरस्कार राजसमन्द निवासी गोविन्द सिंह चौहान को 'दिव्यांगता' कविता के लिए दिया गया है। 'विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार' की स्थापना कविता कोश के संस्थापक श्री ललित कुमार 'सम्यक ललित' द्वारा जनवरी 2021 में की गई। यह पुरस्कार कविता कोश और विकलांगजन के अधिकारों हेतु काम करने वाली संस्था ईवारा फ़ाउण्डेशन द्वारा दिए जाते हैं। पुरस्कार के रूप में निर्देश निधि को 11,000 रुपये व सम्मान पत्र और गोविन्द सिंह चौहान को 5,000 रुपये व सम्मान पत्र दिया गया है। एक सदस्यीय निर्णायक मंडल में प्रख्यात कवि, लेखक और आलोचक डॉ. ओम निश्चल शामिल थे।
"हमारी कोशिश है कि साहित्यकार भारत के विकलांगजन के जीवन, मनोदशा, उनकी समस्याओं, स्वपनों, प्रयत्नों और उनके प्रति समाज के व्यवहार इत्यादि आयामों पर भी लिखें। हम विकलांगता विमर्श को साहित्य में एक आंदोलन की तरह विकसित करना चाहते हैं। प्रथम पुरस्कार के लिए प्राप्त हुई प्रविष्टियों में से चुनी हुई रचनाओं का एक संकलन भी हम श्वेतवर्णा प्रकाशन के ज़रिए प्रकाशित करेंगे।", श्री ललित कुमार 'सम्यक ललित' ने बताया।
उन्होनें दूसरे 'विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार' की घोषणा भी की है। इस पुरस्कार के लिए प्रविष्टियाँ भेजने की अंतिम तिथि 30 जून 2021 है। अधिक जानकारी कविता कोश की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
विकलांगता विषय पर सर्वश्रेष्ठ कहानी का पुरस्कार बुलन्दशहर निवासी निर्देश निधि को 'जीकाजि' कहानी के लिए दिया गया है। विकलांगता-केन्द्रित सर्वश्रेष्ठ काव्य रचना का पुरस्कार राजसमन्द निवासी गोविन्द सिंह चौहान को 'दिव्यांगता' कविता के लिए दिया गया है। 'विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार' की स्थापना कविता कोश के संस्थापक श्री ललित कुमार 'सम्यक ललित' द्वारा जनवरी 2021 में की गई। यह पुरस्कार कविता कोश और विकलांगजन के अधिकारों हेतु काम करने वाली संस्था ईवारा फ़ाउण्डेशन द्वारा दिए जाते हैं। पुरस्कार के रूप में निर्देश निधि को 11,000 रुपये व सम्मान पत्र और गोविन्द सिंह चौहान को 5,000 रुपये व सम्मान पत्र दिया गया है। एक सदस्यीय निर्णायक मंडल में प्रख्यात कवि, लेखक और आलोचक डॉ. ओम निश्चल शामिल थे।
"हमारी कोशिश है कि साहित्यकार भारत के विकलांगजन के जीवन, मनोदशा, उनकी समस्याओं, स्वपनों, प्रयत्नों और उनके प्रति समाज के व्यवहार इत्यादि आयामों पर भी लिखें। हम विकलांगता विमर्श को साहित्य में एक आंदोलन की तरह विकसित करना चाहते हैं। प्रथम पुरस्कार के लिए प्राप्त हुई प्रविष्टियों में से चुनी हुई रचनाओं का एक संकलन भी हम श्वेतवर्णा प्रकाशन के ज़रिए प्रकाशित करेंगे।", श्री ललित कुमार 'सम्यक ललित' ने बताया।
उन्होनें दूसरे 'विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार' की घोषणा भी की है। इस पुरस्कार के लिए प्रविष्टियाँ भेजने की अंतिम तिथि 30 जून 2021 है। अधिक जानकारी कविता कोश की वेबसाइट पर उपलब्ध है।