संदेश

*जातीय जनगणना को सम्मिलित करने का निर्णय ऐतिहासिक: रामदास आठवले*

  नई दिल्ली: रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री  रामदास आठवले ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में राजनैतिक विषयों की कैबिनेट समिति द्वारा मूलजनगणना में जातीय जनगणना को सम्मिलित करने का निर्णय ऐतिहासिक है तथा रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) इस निर्णय का स्वागत करती  है।  आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष  रामदास आठवले ने कहा कि कैबिनेट कमेटी का यह सकारात्मक निर्णय देश एवं समाज के हितों व मूल्यों के प्रति केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रामदास आठवले ने कहा कि जातीय जनगणना पर लिए इस निर्णय से समाज आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से सुदृढ़ होगा तथा देश की निरन्तर प्रगति में यह निर्णय मील का पत्थर सिद्ध होगा। रामदास आठवले  ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के बाद से कांग्रेस की सरकारों ने सदैव अपने राजनीतिक लाभ के लिए जाति जनगणना का विरोध ही किया है एवं मूल जनगणना में जातिगत जनगणना को कभी कोई स्थान ही नहीं दिया। मा. रामदास आठवले ने कहा कि इसके माध्यम से देश मे...

टिकैत के बयान को देश विरोधी ताकतों का समर्थन बताते हुए भारतीय किसान संघ ने की निंदा

चित्र
     *नरेश टिकैत के पाक समर्थित बयानों की जांच करे सरकार* *राष्ट्र हित सर्वोपरि का भाव ही हमारी प्रधानता- भारतीय किसान संघ* नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगांव में आतंकवादियों के द्वारा 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्या के बाद भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान के साथ जल बंटवारे के लिए की गई सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया है। जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत का बयान कि भारत सरकार द्वारा सिंधु जल संधि को रद्द करना ठीक नहीं है। इसको लेकर देश के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भारतीय किसान यूनियन के नेताओं का बयान देशविरोधी ताकतों का समर्थन है। श्री मिश्रा ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि किसके इशारे पर इस प्रकार के पाकिस्तान के समर्थन वाले बयान इनके द्वारा दिए जा रहें हैं। किसान के नाम पर घोर राजनैतिक आंदोलन चलाने वाले आंदोलन जीवियों के आकाओं की पहचान कर देश की सरकारों द्वारा कड़ी कार्यवाही न करना भी ग...

जेएनयू छात्र संघ चुनावों में एबीवीपी ने लहराया ऐतिहासिक परचमः 42 में से 23 काउंसलर पदों पर विजय, वामपंथ के गढ़ों में भारी सेंध

 * जेएनयूएसयू केंद्रीय पैनल की चारों सीटों पर एबीवीपी को मजबूत बढ़त*   *25 साल बाद सोशल साइंस में 2 सीटों पर जीत, इंटरनेशनल स्टडीज में भारी सेंध - जेएनयूएसयू में एबीवीपी को मिला प्रचंड समर्थन*  नई दिल्ली : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ चुनाव में अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय के 16 स्कूलों और विभिन्न संयुक्त केंद्रों के कुल 42 काउंसलर पदों में से 23 पदों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।यह किसी भी अन्य छात्र संगठन की तुलना में सर्वाधिक है।  *विभिन्न स्कूलों और केंद्रों में एबीवीपी के विजयी प्रदर्शन का विवरण:* - -  • स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज: 5 में से 2 सीटों पर विजय • स्कूल ऑफ सोशल साइंस: 5 में से 2 सीटों पर विजय • स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी: 2 में से 1 सीट पर विजय • स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन: 1 में से 1 सीट पर विजय • स्कूल ऑफ कम्प्यूटेशनल एंड इंटीग्रेटिव साइंस: 2 में से 1 सीट पर विजय • स्कूल ऑफ कंप्यूटर एंड सिस्टम साइंस: 3 में से 2 सीटों पर विजय • स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग: 4 में से 4 सीटों...

*हिन्दू नरसंहार पर संयम अब बईमानी*

चित्र
 *कठिन और विभत्स प्रतिकार अनिवार्य*       *( आचार्य श्रीहरि )*  ===================== हिंदू नरसंहार पर संयम अब बईमानी, कठिन और विभत्स प्रतिकार और जवाब देना अनिवार्य है।कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के हाथों बलिदान हुए निर्दोष लोगों के प्रति आतंकियों के समर्थकों की सहानुभूति हो ही नहीं सकती है, ये हिंसक लोग है, ये विभत्स लोग हैं, ये मानवता विरोधी हैं, ये शांति के दुश्मन हैं, ये आधुनिक युग के रक्तपिशाचुओं के प्रतीक हैं, ये खून बहाकर, हत्या कर खुश होने वाले राक्षस हैं, खून बहाकर खुशियां मनाना इनका एजेंडा हैं। ये कोई पाशान युग के अनपढ गंवार या फिर सभ्यता के प्रकाश से पिछडे हुए लोग नहीं हैं। ये तो आधुनिक युग के बर्बर और हिंसक लोग हैं, ये पढ-लिखे भी हैं, ये आधुनिक हथियार चलाने के लिए प्रशिक्षित लोग हैं।                          इनका मजहब भी है, ये पूरी तरह से मजहबी लोग हैं, मजहब के हिसाब से ही ये सभी चीजों को देखते हैं, मजहब के हिसाब से ही खून करते हैं, बम फोडते है, हवाई जहाज उड़ाकर नष्ट करते हैं, स्...

विहिप का राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन 25 अप्रैल को

चित्र
भारत के विरुद्ध पाक जिहादी युद्ध का कठोरतम जबाव जरूरी: विहिप नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन (@drskj01 ) ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुई भीषण आतंकी घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि इस्लामिक जिहादी पाकिस्तान व उसके कश्मीरी स्लीपर सेल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित कर घाटी में पुनः सिर उठाने का दुस्साहस करने वाले मजहबी आतंकवाद का समूल नाश हो।  उन्होंने कहा है कि कश्मीर घाटी के पहलगाम में जिस प्रकार यात्रियों के पेंट उतारकर, कलमा पूछ कर और आईडी चेक कर, जब यह सुनिश्चित हो गया कि वे मुस्लिम नहीं है, उनका नरसंहार किया गया, घोर निंदनीय है। इस अमानवीय घटना पर संपूर्ण देश स्तब्ध व आक्रोशित है। यह साफ दिखाई दे रहा है कि 1990 के आतंकवाद के दिनों की वापसी का दुस्साहस हो रहा है। डॉ जैन ने कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के स्लीपर सेल आज भी मौजूद हैं जो पाकिस्तान के इशारे पर कभी भी आतंकवाद के इन घृणित घटनाओं को करने के लिए तत्पर रहते हैं।  उन्होंने स्मरण कराया कि कुछ दिन पूर्व ही एक सांसद ने कहा था कि कश्मी...

मुर्शिदाबाद घटना की हो एनआईए से जांच : आलोक कुमार

चित्र
कोलकाता। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आलोक कुमार ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंदुओं की नृशंस हत्या, उपद्रव, आगजनी, हिंसा, लूटपाट और बड़े पैमाने पर पलायन की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा है कि विरोध प्रदर्शन तो देश भर में होते हैं लेकिन, हिंसा और हिंदुओं पर हमले व्यापक पैमाने पर बंगाल में ही क्यों होते हैं! उन्होंने मुर्शिदाबाद की संपूर्ण घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए से जांच की मांग करते हुए कहा कि मालदा में राहत शिविरों में रहने को मजबूर हिंदू समाज की सहायता के लिए आगे आने वाली संस्थाओं को सेवा से रोकना भी एक अमानवीय कृत्य है।   कोलकाता के अलीपुर स्थित भाषा भवन में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विहिप अध्यक्ष ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की कि हिंदुओं पर जगह-जगह हो रहे जिहादियों के हमलों पर मौन साधे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह तो कहती हैं कि ये हमले पूर्व नियोजित थे जिनमें विदेशी बांग्लादेशियों का हाथ है और यह मामला अंतरराष्ट्रीय है किंतु, फिर भी वे घटना की NIA से जांच की मांग क्यों नहीं करतीं? हमा...

49 वर्ष का हो जाएगा नोएडा प्राधिकरण: इसके वयस्क होने का प्रमाण क्या है ?

चित्र
  -राजेश बैरागी-  17 अप्रैल को नोएडा प्राधिकरण का 50 वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा।49 वर्ष पहले अस्तित्व में आए नोएडा प्राधिकरण ने दिल्ली से सटे हिंडन और यमुना नदी के इस दोआबे की तस्वीर और तकदीर बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बड़ी-बड़ी और बहुराष्ट्रीय सहित हजारों औद्योगिक इकाइयों, गगनचुंबी इमारतों, आलीशान भवनों और नामचीन संस्थानों वाले इस आधुनिक नगर को देखकर आधी शताब्दी पहले की स्थिति का आज अनुमान लगाया जाना संभव नहीं है।  प्राधिकरण के एक अधिकारी विजय रावल के अनुसार इसे लघु भारत कहा जाना उचित है। यहां समूचे भारत के प्रत्येक राज्य से आकर लोग रहते हैं। उनके सपनों ने यहां आकर साकार रूप लिया है। यहां उत्पादित सामान देश विदेश में उपयोग किए जाते हैं। देश भर के नागरिक यहां रहने में गर्व अनुभव करते हैं। क्या यह नोएडा शहर और प्राधिकरण के लिए भी गर्व की बात है? निस्संदेह राष्ट्रीय राजधानी के इतने निकट कोई भी ऐसा नगर नहीं है जहां सभी सुविधाएं एक स्थान पर उपलब्ध हों। अपनी विकास यात्रा में नोएडा प्राधिकरण और नोएडा नगर ने अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं। स्थापना के दो वर्ष बाद आयी देशव्यापी ...