डॉ उमेश शर्मा ने किया मतदाता सूची विशेष प्रगाढ़ निरीक्षण में आ रही समस्याओं को उजागर
इन समस्याओं के हल के लिए अपना बहुमूल्य सुझाव भी दिया जिला प्रशासन को
नोएडा। सेक्टर 122 के आवसीय कल्याण संगठन के अध्यक्ष डॉ उमेश शर्मा ने नोएडा के मतदाताओं की मतदाता सूची विशेष निरीक्षण में आ रही समस्याओं केा पूरजार ढंग से उठाया है तथा इन समस्याओं के हल के लिए अपना बहुमूल्य सुझाव भी जिला प्रशासन को दिया है।
डॉ शर्मा ने सेक्टर 122 की जनसंख्या और संरचना का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि सेक्टर 122 में लगभग 2000 परिवार निवास करते हैं। सेक्टर के भीतर मात्र 2 मतदान बूथ (613 एवं 614) स्थित हैं। सेक्टर 122 के मतदाता 14 अलग-अलग बूथों में विभाजित हैं। परिणामस्वरूप निवासियों को 14 अलग बीएलओ से संपर्क करना पड़ रहा है, जो अत्यंत अव्यवस्थित एवं असुविधाजनक है। सेक्टर के अंदर तैनात 2 बीएलओ से पर्याप्त संपर्क हो पा रहा है और वे अपना कार्य सुचारू रूप से कर रहे हैं। परंतु बाकी 12 बूथ (जो सेक्टर के बाहर स्थित हैं जैसे मिलेनियम स्कूल, पर्थला स्कूल, जनता फ्लैट, श्रमिक कुंज आदि) क ेबीएलओ तक मतदाताओं की पहुँच कठिन है। इससे सत्यापन कार्य बाधित हो रहा है।
उन्होंने बताया कि एक ही परिवार के नाम कई बूथों में विभाजित होने की समस्या भी है। मसलन,कई परिवारों में सदस्यों के नाम 4 -5 अलग-अलग बूथों में दर्ज हैं। यह मतदाता और बीएलओ दोनों के लिए अत्यंत असुविधाजनक स्थिति है। इससे न केवल एस आइ आर प्रक्रिया प्रभावित हो रही है बल्कि मतदान दिवस पर भी भ्रम की स्थिति उत्पन्न होगी। मतदाताओं की अनुपस्थिति एवं उदासीनता भी सही नहीं है।कुछ मतदाता 2 से 3 महीने के लिए सेक्टर से बाहर हैं, जिससे सत्यापन अधूरा रह जा रहा है।कई मतदाताओं को फॉर्म दे दिए गए हैं, लेकिन वे फॉर्म भरने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं और लगातार बहाने बना रहे हैं।इससे संशोधन एवं सत्यापन का कार्य समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है।
डॉ शर्मा ने बताया कि फॉर्म उपलब्धता भी एक समस्या है। कई बीएलओ के पास फॉर्म 6 (नए मतदाता हेतु) और फॉर्म 8 (संशोधन/पता परिवर्तन के लिए ) पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं हैं।इससे प्रक्रिया बाधित हो रही है और मतदाता असंतुष्ट हैं।
उन्होंने इन समस्याओं के हल के लिए अपना सुझाव देते हुए बताया कि इन कार्यों के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की बहुत ही आवश्यकता है। इस अभियान के दौरान ही फॉर्म 6 एवं 8 भरने की ऑनलाइन सुविधा व्यापक रूप से उपलब्ध करवाई जानी चाहिए ताकि बीएलओ मोबाइल के माध्यम से तुरंत अपलोड कर सके, तो कार्य बहुत आसान हो जाएगा। अनेक मतदाता समय की कमी, यात्रा पर रहने, या फॉर्म उपलब्ध न होने के कारण सत्यापन पूर्ण नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए मतदाताओं की मांग है कि इस अभियान की समय सीमा बढ़ाई जाए ताकि अधिकतम परिवार शामिल हो सकें।
डॉ शर्मा ने अपना बहुमूल्य सुझाव प्रशासन को देते हुए बताया कि सेक्टर वार बूथ री-मैपिंग होनी चाहिए। सेक्टर 122 के निवासियों को अधिकतम संभव 1से 2 पास के बूथों में क्लब किया जाए ताकि संपर्क और सत्यापन सहज हो। एक संयुक्त बीएलओ सुविधा केंद्र सप्ताह में 2 दिन सेक्टर 122 के सामुदायिक भवन या गेट पर एक “सिंगल विंडो डेस्क” स्थापित की जाए, जहाँ सभी 14 बूथों के कार्य निपट सकें।
