*दिल्ली हाट में राजस्थान पर्यटन के तीज मेले में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन*


*सांस्कृतिक नृत्य और संगीत में बांधा समां*



नई दिल्ली । नई दिल्ली के आई.एन.ए  स्थित दिल्ली हाट में राजस्थान पर्यटक स्वागत केन्द्र द्वारा  आयोजित तीज मेले में राजस्थानी लोक कलाकारों की सांस्कृतिक नृत्य और गायन प्रस्तुतियो को दिल्लीवासियों और अन्य देशी-विदेशी दर्शकों ने खूब सराहा। तीज के उपलक्ष्य में आयोजित इस रंगारंग सांस्कृतिक संध्या ने राजस्थान की कला और संस्कृति को दिल्लीवासियों के दिलों तक पहुंचाने का काम किया है।

पर्यटक स्वागत केंद्र के सहायक निदेशक  छत्रपाल यादव ने बताया कि राजस्थान देश और दुनिया में पर्यटन की दृष्टि से काफी मशहूर है। राजस्थान में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा काफी क़दम उठाए गए हैं तथा यह सांस्कृतिक कार्यक्रम भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है।

पर्यटन अधिकारी श्री मनोज शर्मा ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में राजस्थान के मशहूर परम्परागत चरी नृत्य का प्रदर्शन सुश्री कल्पना चौहान एवं उनके साथी कलाकारों द्वारा किया गया। इसी श्रंखला में जोधपुर के श्री सुआ सपेरा के कालबेलिया दल ने कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत किया। 

उन्होंने बताया कि  छत्रधारी शर्मा और उनकी टीम ने कच्ची घोड़ी नृत्य, चूरू के  गोपाल गीला और उनके साथियों ने चंग डप नृत्य, चाचौड़ा, बांरा की श्रीमती ममता देवी द्वारा चकरी नृत्य,  और उसकी टीम द्वारा प्रसिद्ध घूमर नृत्य की प्रस्तुति, भरतपुर के  शाहरुख़ ख़ान मेवाती ने भपंग वादन की बेहतरीन प्रस्तुति कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया, वहीं दौसा के  अशोक शर्मा ने अपनी मिमिक्री द्वारा आगंतुको को खूब हंसाया। डीग (भरतपुर) के जितेंद्र पाराशर और साथियों द्वारा प्रस्तुत मयूर नृत्य और फूलों की होली से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। हाट में उपस्थित दर्शकों ने खड़े होकर तालिया से इन परंपरागत राजस्थानी सांस्कृतिक कलाकारों का भरपूर अभिवादन किया। कार्यक्रम का मंच संचालन दौसा के  अशोक शर्मा ने किया।


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