अमरेंदु प्रकाश ने सेल अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया
नई दिल्ली : अमरेंदु प्रकाश ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष का आज 31 मई, 2023 को कार्यभार ग्रहण किया। सेल अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, श्री प्रकाश सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी के पद पर कार्यरत थे। बीआईटी सिंदरी से मेटलर्जिकल इंजीनियर, श्री प्रकाश ने 1991 में एक प्रबंधन प्रशिक्षु (तकनीकी) के रूप में सेल ज्वाइन किया। सेल के विभिन्न संयंत्रों और इकाइयों में विभिन्न पदों पर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए, अमरेंदु प्रकाश 2020 में सेल बोर्ड में बोकारो संयंत्र के निदेशक प्रभारी के रूप में चुने गए।
श्री प्रकाश एक कुशल टेक्नोक्रेट हैं। सेल में तीन दशकों से अधिक के अपने कार्यकाल में, श्री प्रकाश को शॉप लेवल पर प्लांट ऑपरेशंस, सेल मुख्यालय में कॉर्पोरेट गतिविधियों और माइनिंग ऑपरेशंस के साथ एक बड़े स्टील प्लांट के संचालन करने का अनुभव रहा है। वह उस टीम के प्रमुख सदस्य थे, जो 2015-17 में सेल के व्यवसाय परिवर्तन और वित्तीय बदलाव का नेतृत्व कर रही थी।
बोकारो इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी का कार्यभार संभालने के बाद, उन्होंने साल दर साल सभी प्रमुख मापदंडों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तक पहुंचने के लिए प्लांट टीम का नेतृत्व किया है। इस दौरान मात्रात्मक और गुणात्मक दोनों तरह से बेहतर प्रदर्शन दर्ज किया गया। अपने महत्वपूर्ण संगठनात्मक और रणनीतिक योजना कौशल के साथ, श्री प्रकाश व्यावसायिक प्रक्रियाओं और परियोजना कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में सहायक रहे। तकनीकी रूप से कुशल लीडर के रूप में, वह कंपनी के डिजिटलीकरण के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं। कारोबार मैक्सिमाइज़िंग टीम के एक प्रमुख सदस्य के रूप में, वह न केवल संगठन बल्कि ग्राहकों के लिए भी वैल्यू बढ़ाने हेतु समग्र उत्पादन और बिक्री योजना की रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एक दूरदर्शी और ऊर्जावान लीडर, श्री प्रकाश कर्मचारियों के साथ सभी स्तरों पर जुड़ाव रखते हैं और उन्हें विभिन्न पहलों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। बोकारो संयंत्र के निदेशक प्रभारी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विशेष ओलंपिक के आयोजन सहित खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहलें की। उन्होंने सार्वजनिक भागीदारी से जुड़ी कई सामाजिक पहलों के जरिये बोकारो शहर और परिधीय क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है।
वह व्यापक रूप से विदेश यात्रा करने वाले टेक्नोक्रेट हैं और उन्होंने इस्पात और खनन उद्योग पर विस्तृत ज्ञान एकत्र किया है।