दिहाड़ी पर काम करने वाले श्रमिकों को भोजन खिलाने के मिशन की आरईसी कर रहा अगुवाई

स्वास्थ्यकर्मियों को पौष्टिक आहार के लिए ताजसैट्स के साथ समझौता 

 

देशभर के दिहाड़ी श्रमिकों को भी भोजन उपलब्ध कराने की कोशिश

 

नई दिल्ली। ऊर्जा मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्रीय उपक्रम और भारत के बड़े ऊर्जा वित्तदाताओं में से एक आरईसी लिमिटेड प्रमुख सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा कर्मियों के साथ साथ पूरे देश में दिहाड़ी पर काम करने वाले श्रमिकों को सहयोगपूर्ण कोशिशों के जरिए भोजन खिलाने के मिशन की अगुवाई कर रहा है।

 

आरईसी लिमिटेड की सीएसआर इकाई आरईसी फाउंडेशन ने नई दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा कर्मियों को विशेष तौर पर निर्मित पौष्टिक भोजन के पैकेट देने के लिए ताजसैट्स (आईएचसीएल और एसएटीएस लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम) को अपना पार्टनर बनाया है। नई दिल्ली में अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ योद्धाओं के प्रति कृतज्ञता के भाव के रूप में हर रोज भोजन के 300 पैकेट उन्हें पहुंचाए जा रहे हैं। इस पहल के जरिए नई दिल्ली में भोजन के 18 हजार से अधिक पैकेट वितरित किए जाएंगे।

 

इसके साथ ही विभिन्न जिला प्राधिकरणों, एनजीओ और विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम्स) के सहयोग से आरईसी पहले से ही पूरे देश में जरूरतमंदों को पकाया भोजन और राशन उपलब्ध करा रही है। यह पहल उस वक्त शुरू हुई थी, जब पूरे देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू था और यह लॉकडाउन रहने तक जारी रहेगी। 24 मई, 2020 तक आरईसी लिमिटेड 4.58 किलोग्राम से अधिक खाद्यान्न, भोजन के 1.26 लाख पैकेट, 9,600 लीटर सेनिटाइजर,  3400 पीपीपी किट और 83,000 मास्कों का वितरण कर चुकी है।

 

आरईसी लिमिटेड (ग्रामीण विद्युतीकरण लिमिटेड) एक नवरत्न एनबीएफसी है, जो पूरे देश में ऊर्जा क्षेत्र वित्त पोषण और विकास का काम करती है। 1969 में स्थापित आरईसी लिमिटेड ने अपने संचालन क्षेत्र में 50 साल पूरे कर लिए हैं। यह पूरे ऊर्जा क्षेत्र मूल्य श्रृंखला में वित्तीय मदद उपलब्ध कराता है। इसके अलावा आरईसी भारत सरकार की दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयू जीजेवाई), सौभाग्य इत्यादि जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं की नोडल एजेंसी भी है ।

 

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