भारत और यूएई के बीच बेहद मजबूत हैं आर्थिक और सामरिक रिश्ते : रंजन तोमर

 

 

अफ्रीकी देशों को मेडिकल सहायता देने का सुझाव अच्छा है : डॉ. अलबन्ना 

 

नोएडा। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आर्थिक और सामरिक संबंध बेहद मजबूत हुए हैं। बीते चार दशक में दोनों देशों के बीच व्यापार 60 मिलियन डॉलर से बढ़कर 60 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। यह बात नोएडा के समाजसेवी रंजन तोमर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजदूत डॉक्टर अहमद अलबन्ना के साथ हुए वेबिनार के दौरान उजागर हुई। इस दौरान दोनों के बीच कई सवाल और सुझाव साझा किए। 

 

वेबिनार के दौरान यूएई के राजदूत डॉ. अहमद अलबन्ना ने कहा कि यूएई में सबसे ज्यादा भारतीय प्रवासी हैं। ऐसे में वे वहां की अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति को भी धनी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए जो जहां है, वहीं रहे, की स्थिति बेहतर विकल्प होगा। यूएई  के राजदूत कहा कि अमीरात ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र को लिखित में आश्वाशन दिया है कि उनके यहां कोई भी प्रवासी परेशान नहीं होगा। उन सभी का अपने देश के नागरिकों जैसा ख्याल रखा जाएगा। हालांकि यदि कोई अपने देश जाना चाहता है तो उसे जाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज अमीरात जहां पहुंचा है, उसमें भारत औ भारतीयों का अहम योगदान है। वह इस बात का सम्मान करते हैं। 

 

वेबिनार के दौरान रंजन तोमर ने कहा कि हाल ही में मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीका महाद्वीप में वेंटीलेटर एवं अन्य मेडिकल उपकरणों की भारी कमी है। वहां 10 ऐसे देश हैं, जिनमें एक भी वेंटीलेटर नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि वसुधैव कुटुंबकम की सोच रखने वाले भारत औैर यूएई समेत दुनिया के दूसरे देशों को उन्हें वेंटीलेटर, दवाइयां, मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध कराना चाहिए। यूएई के राजदूत इस सुझाव से बेहद प्रभावित  हुए। उन्होंने कहा कि वह खुद भी मानते हैं के दुनिया एक परिवार है और इस प्रकार मित्र देशों की मदद करने के लिए वह जरूर भारत के साथ मिलकर ठोस रणनीति बनाने का प्रयास करेंगे। 

 

गौरतलब है कि यह वेबिनार कंफेडरेशन ऑफ यंग लीडर्स नामक संस्था की ओर से आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर से चुनिंदा युवाओं को ही भाग लेने और सवाल करने का मौका दिया गया था।

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