सामाजिक विकास के लिए महिलाओं का शिक्षित होना बहुत जरूरी:देवेन्द्र यादव
बादली विधानसभा क्षेत्र में महिला चौपाल का आयोजन
बादली। बादली के पूर्व विधायक और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा है कि महिला के सामाजिक विकास के लिए उसका शिक्षित होना बहुत जरूरी है। महिला को पता होना चहिए कि उसकी सुरक्षा कैसे हो सकती है और कहां से उसे नुकसान हो सकता है, इसका उन्हें पता होना चहिए। महिला का स्वास्थ्य बेहतर होना चहिए और उसे स्वावलंबी होना चहिए। महिला को खुद का सम्मान करना आना चहिए। श्री यादव बादली एक्स्टेंशन और यादव नगर में आयोजित महिला चौपाल में बोल रहे थे।
श्री यादव ने कहा कि ने कहा कि हम सभी लोग सामाजिक रूप से एक दूसरे से जुड़े तो है लेकिन एक दूसरे से संवाद स्थापित नही है और इसी के कारण महिला सुरक्षा को लेकर चिंतित करने वाली घटनाएं रोजाना जिंदगी का हिस्सा बन गयी है आज के इस संवाद के पीछे बहुत बड़ी पीड़ा छिपी है। जितना इन घटनाओं के जिम्मेदार हम है उतना ही इन्हें रोकने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। आज हमारे समाज मे लिंग भेद होता है जिसके चलते समाज महिलाओं को पुरुषों से कमजोर समझता है और हमेशा उन्हें पीड़ा देता है शायद कहीं ना कही यही कारण है जो इन घटनाओं को बढ़ावा देता है।
श्री यादव ने महिला चौपाल का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर एक महिला को जागरूक करने का मतलब है एक पूरे परिवार को, उसके पास-पड़ोस को वोट देने के लिए अगले माह घर से बाहर निकालना. इस चौपाल में सिर्फ महिलाओं की वर्चस्व है। इस चौपाल से इलाके हर घर से महिलाएं जुड़ी हैं। यहां पर महिलाएं साथ बैठकर चर्चा करती हैं और इलाके की समस्याओं का समाधान किया जाता है। साथ ही यहां गरीब तबके की महिलाओं को सुरक्षा के साथ के साथ-साथ उनका सेहत का ख्याल रखने के लिए भी कहा जाता है। इन चौपालों में महिलाओं को अच्छी तरह से समझाया जाएगा कि इस बार ना केवल उन्हें वोट देना है बल्कि ये भी सुनिश्चित करना है कि उनके परिवार व पास-पड़ोस के कोई सदस्य वोट देने से छूटना नहीं चाहिए। महिला चौपाल में आने वाली गरीब तबके की अनपढ़ महिलाओं को भी इस अभियान से वोटिंग की अहमियत का पता चल रहा है और वो भी इस बार हर हाल में अपना और अपने परिवार के वोटिंग राइट का इस्तेमाल करने के लिए दृढ़ हो रही हैं. महिलाएं अब अपने अधिकारों के लिए जागरूक हो रही हैं और वो अपना और अपने परिवार को वोट इस बार बर्बाद नहीं करेंगी।
राजस्थान के सवाईमाधोपुर के बानसूर से कांग्रेस विधायक इंदिरा मीना ने महिला चौपाल में कहा कि एक शिक्षित और विकसित नारी ही परिवार और समाज का विकास कर सकती है। जब नारी स्वयं के अधिकारों के प्रति जागरूक होगी तब ही वह परिवार और समाज के अधिकारों और हितों की रक्षा कर पाने में सक्षम होगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता जरिता लैत्फ्लंग ने कहा कि आज हर जगह चाहे वह गांव हो या शहर हर जगह महिला सशक्तिकरण की चर्चा हो रही है। महिलाओं की स्थिति में पहले की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है लेकिन जिस तेजी से सुधार की परिकल्पना की जाती है वैसा सुधार अभी नहीं हो पाया है। सामाजिक परिवेश में विभिन्न भूमिकाएं निभाते हुई महिलाएँ आज हर क्षेत्र में पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। लेकिन आज भी देश के कई हिस्सों में समाज उनकी भूमिका को नजरअंदाज करता है। जिसके चलते महिलाओं को बड़े पैमाने पर असमानता, उत्पीड़न और अन्य सामाजिक बुराइयों से रोजाना दो-चार होना पड़ता है विशेषकर गांवों और पिछड़े इलाकों में यह असमानता ज्यादा दिखाई पड़ती है। अतः वोटिंग के प्रति महिलाओं में जागरूकता पैदा कर उनका विकास किया जा सकता है। दोनों स्थानों पर महिला चौपालों में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला और भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। महिलाओं ने खुलकर अपनी और क्षेत्र की समस्याओं के बारे में चर्चा की। महिला चौपाल का आयोजन निरंतर जारी रहेगा