7 बर्षीय बच्ची को कुत्ते ने बुरी तरह काटा, सेक्टरवासियों में रोष
नोएडा : सेक्टर 122 में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार शाम लगभग 7 बजे, सात वर्षीय काव्या त्रिपाठी, जो कि C-16 निवासी अवनीश त्रिपाठी की पुत्री है, ट्यूशन पढ़कर घर लौट रही थी। इसी दौरान एक स्ट्रीट डॉग ने उस पर हमला कर दिया, उसे घसीटा, नोचा और बुरी तरह काट लिया।
पीड़ित परिजनों के अनुसार घटना के बाद बच्ची को तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि काव्या को शरीर के कई हिस्सों में गहरे घाव आए हैं और उसे एंटी-रेबीज़ इंजेक्शन दिए गए हैं।
आवासीय कल्याण संगठन के अध्यक्ष डॉ उमेश शर्मा ने बताया यह इस महीने का तीसरा मामला है जब सेक्टर 122 में आवारा कुत्तों द्वारा बच्चों पर हमला हुआ है। इससे पहले भी दो और बच्चे इस खतरनाक समस्या का शिकार हो चुके हैं।उन्होंने बताया कि उन्होंने प्राधिकरण के उदासीन रवैया के प्रति रोष जताते हुए कहा कि हमें संवेदना नहीं, समाधान चाहिए.
*कौन है जिम्मेदार?*
इस बढ़ती हुई समस्या के पीछे कई सवाल खड़े हो रहे हैं:
क्या प्राधिकरण की निष्क्रियता इसके लिए जिम्मेदार है, जो वर्षों से इस समस्या पर आंख मूंदे बैठा है?
या क्या वे लोग जो सड़कों पर कुत्तों को खाना खिला कर धार्मिक पुण्य कमाना चाहते हैं, बिना यह सोचे कि इससे क्षेत्र में खतरा बढ़ रहा है, वे भी जिम्मेदार हैं?
या फिर अभिभावक, जो बच्चों को ऐसी गलियों से अकेले जाने देते हैं?
उन्होंने बताया कि सेक्टर 122 के निवासियों में इस घटना को लेकर भारी रोष है। कई लोगों ने मांग की है कि सेक्टर में डॉग कैचिंग अभियान तुरंत चलाया जाए। स्ट्रीट डॉग्स को सेनिटाइज और ट्रांसफर किया जाए।तथा कुत्तों को खुली जगहों पर खाना खिलाने पर प्रतिबंध लगे।
अध्यक्ष डॉ शर्मा ने प्राधिकरण से अपील कि है कि इसका समाधान तुरंत किया जाए. यह घटना सिर्फ एक बच्ची पर हमला नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की लापरवाही की तस्वीर है। अब समय आ गया है कि संवेदनशीलता दिखाने के साथ-साथ ठोस कदम भी उठाया जाये