सेक्टर 49 में नहीं हुई कोई भी वार्षिक आम सभा, चुनाव गलत तरह से हुआ
नोएडा
सेक्टर 49 RWA में गलत तरह से कराए गए चुनाव की लगभग 200 सैक्टरनिवासियों की शिकायत पर डिप्टी रजिस्ट्रार सोसाइटीज़ द्वारा विजय भाटी को जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में दाखिल करवाये गए जवाब पर डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा शिकायत कर्ता प्रशान्त त्यागी व आनन्द अवाना से प्रतिउत्तर मांगा गया, जोकि दोनों ने दिनाँक 25/01/2021 में जमा करवा दिया है।
प्रतिउत्तर में विजय भाटी पर लिखित रूप से यह आरोप लगाया गया है कि उनके द्वारा दिनाँक 08/11/2020 को जो वार्षिक आम सभा दिखाई गई है, ऐसी कोई आम सभा हुई ही नहीं। दूसरा जो चुनाव टीम बनी है उस टीम के तीनों ही सदस्य विजय भाटी के करीबी मित्र हैं, व उनमें से एक तो उनका पार्टनर भी है तो ऐसे में कैसे निष्पक्षता की बात की जा सकती है।
एक चुनाव समिति सदस्य ने खुद स्वीकार किया है कि विजय भाटी ने उनके पास जाकर उनसे चुनाव नतीजे पर साइन करवा लिए, जबकि विजय भाटी खुद उम्मीदवार थे।
शिकायत में कहा गया है कि विजय भाटी ने वार्षिक आमसभा के रजिस्टर में लिखी गयी कार्यवाही पर कटिंग की हुई है, जो फर्जीवाड़े को दर्शाती है।
शिकायत में कहा गया है कि चुनाव समिति के दो सदस्य विजय भाटी जिस आर.डब्ल्यू.ए. में महासचिव रहे उनके कार्यकाल के दौरान उस आर.डब्ल्यू.ए. के पदाधिकारी रहे हैं तो फिर यह लोग कैसे चुनाव समिति में आ सकते हैं।
वार्षिक आम सभा के रजिस्टर की जो फोटोकॉपी विजय भाटी ने डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा की है उसमें केवल 12 लोगों की उपस्थिति दर्ज है और उसमें स्पष्ट लिखा हुआ है कि कोरम पूरा नहीं है, जब कोरम ही पूरा नहीं है तो आप कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं ले सकते तो चुनाव का निर्णय कैसे ले लिया गया ?
विजय भाटी ने केवल 12 लोगों की उपस्थिति दिखाई है जबकि चुनाव के विरोध में 200 लोगों की आपत्ति दर्ज है।
शिकायत में कहा गया है कि जब संस्था का कार्यकाल 2019 में ही खत्म हो चुका था तो तभी संस्था का निर्वाचन क्यों नहीं करवाया गया, निर्वाचन हेतु एक साल बाद कोरोना के समय का लॉक डाउन का समय ही क्यों चुना गया।
चुनाव परिणाम विजय भाटी ने अपने ही महासचिव पद के आर.डब्ल्यू.ए. के लैटर पैड पर निकाल दिया, क्या कोई उम्मीदवार अपने चुनाव का नतीजा अपने ही लैटर पैड पर घोषित कर सकता है, यह शिकायत भी डिप्टी रजिस्ट्रार से की गई है।
शिकायत में कहा गया है कि संस्था के 13 पदों पर केवल विजय भाटी की टीम के सदस्यों ने ही नामांकन किया और उन तेरह को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया, किसी अन्य का नामांकन हुआ ही नहीं क्या ऐसा सम्भव है कि जो सैक्टरनिवासी आर.डब्ल्यू.ए. का चुनाव करवाने हाई कोर्ट तक गए, वहाँ कोई नामांकन भरे ही नहीं?
पूर्व में भी जब लंबे समय तक विजय भाटी ने संस्था का चुनाव नहीं करवाया था, तो सैक्टरनिवासी उच्च न्यायालय से चुनाव का आदेश लेकर आए थे।
तो ऐसे में कैसे सम्भव है कि केवल विजय भाटी टीम के 13 लोगों ने ही नामांकन किया और वह निर्विरोध निर्वाचित हो गए, उनके विरुद्ध किसी भी सैक्टरनिवासी ने नामांकन किया ही नहीं।
यही सारे आरोप शिकायत में विजय भाटी पर लगाए गए हैं।