'कोविड में कॅरियर तराशने की चुनौतियां और रणनीतियां विषय पर वेबिनार

  उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने छात्रों के साथ साझा किए विचार


नोएडा। छात्रों को कोविड काल के दौरान कॅरियर निर्माण में आ रही चुनौतियों और उनसे निपटने के लिए अपनाई जा रही रणनीतियों की जानकारी देने के लिए एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल की ओर से शुक्रवार को ऑनलाइन विशेष औद्योगिक वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार का संचालन एमिटी गु्रप के वाइस चांसलर डा. गुरिंदर सिंह ने किया। एमएसएमई चेंबर ऑफ कार्मस एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया के चेयरमैन डा. इंद्रजीत घोष ने कहा कि साल 2020 से 2030 के मध्य एक दशक का समय चुनौतियों एवं अवसरों का साल है। छात्रों के लिए यह स्वर्ण समय है, जब वे अपने कौशल को विकसित कर सकते हैं या अपने स्टार्टअप को प्रारंभ करने के बारे में विचार कर सकते हैं। आज भारत में कई उद्योग समूह आ रहे हैं, इसका कारण कम लेबर लागत, उपलब्ध बेहतरीन मानव संसाधन आदि है। कोविड काल के दौरान विश्व व्यापार को भारत एक मात्र ऐसा देश दिख रहा है, जो चीन को प्रतिस्थापित कर सकता है।


क्विीक हील टेक्नोलॉजी की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी ऋतु रैना ने कहा कि आपको मौजूदा कोराना काल को संशोधन समय के रूप में देखना चाहिए। बुनियादी संसोधन के अंर्तगत दो महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना आवश्यक है। पहला तकनीकी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है और व्यापार संचालन का महत्वपूर्ण साधन है। दूसरा व्यापार के नये मॉडल को समझना होगा। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एशिया में लगभग 69 प्रतिशत कौशलयुक्त मानव संसाधन की कमी और विश्व स्तर पर 47 प्रतिशत कौशलयुक्त मानव संसाधन की कमी है। उन्होंने छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि अपनी विशेषज्ञता को पहचानें और यह भी जानें कि आपको किस क्षेत्र में जाना है। केपीएमजी के मानव संसाधन के सीनियर एसोसिएट निदेशक साहिल नायर ने कहा कि आज भी मांग एंव सप्लाई के मध्य एक बड़ा रिक्त स्थान है। उद्योग को सदैव कुशल, बुद्धिमान मानव संसाधन की आवश्यकता रहती है। वर्तमान समय का उपयोग भविष्य की चुनौतियों को समझने एंव उनके निवारण के बारे में विचार करने में लगायें। जुड़ाव, सहयोग एंव सहभागिता का निर्माण सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। भविष्य, मुश्किल या आरामदायक नहीं है, बल्कि संस्करण है। आने वाले कल के लिए आज से रिश्तों को मजबूत बनायें। फिशरवी की मानव संसाधन निदेशक विनीता कुकरेती ने कहा कि आज के युवाओं के सम्मुख मानसिक एंव शारिरीक स्वास्थय, भविष्य की चिंता जैसी कई चुनौतियां हैं, जिसमें शिक्षा ऋण की देयता एवं रोजगार भी शामिल है। कोविड ने कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है तो स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी एंव बीमा आदि क्षेत्रों को विकास के अवसर भी प्रदान किये हैं। उन्होंने कहा कि यह समय आपसी नेटर्वक विकसित करने का समय है। स्वयं के अंदर लचीलापन और चपलता जैसे गुण को विकसित करें।


क्नोसिस एंटरप्राइस के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. समीर जोशी ने कहा कि भविष्य का भविष्य नव समान्य की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उबर, फेसबुक, अलीबाबा आदि नये व्यापारिक मॉडल हैं। उन्होंने तकनीकी की गति, भविष्य के रोजगार, कौशल की कमी, मानव संसाधन के प्रबंधन सहित तनाव प्रबंधन, भावनात्मक बुद्धिमता, संज्ञानात्मक लचीलापन आदि के संर्दभ में विस्तृत जानकारी साझा की। एमिटी गु्रप के वाइस चांसलर डा. गुरिंदर सिंह ने कहा कि एमिटी सदैव छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए पाठ्यक्रम की कक्षागत शिक्षा के अलावा इस प्रकार के विशेष वेबिनारों का आयोजन कर छात्रों को उद्योग जगत के विशेषज्ञों से रूबरू होने का मौका प्रदान करते हैं। डा. सिंह ने कहा कि कोविड के दौरान इस प्रकार के वेबिनार के जरिए प्राप्त मार्गदर्शन छात्रों का आत्मविश्वास एवं मनोबल विकसित करते हैं। वेबिनार में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों ने औद्योगिक जगत के विशेषज्ञों से कई प्रश्न किये गये, जिनके जवाब उन्हें मिले। इस अवसर पर डा. भावना कुमार और गौरव भटनागर भी उपस्थित थे। 


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