निवारण सदैव समस्या के साथ ही जन्म लेती है : राम सरीन 

एमिटी यूनिवर्सिटी में फैशन, परिधान एंव वस्त्र पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन


नोएडा। एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की ओर से फैशन परिधान एवं वस्त्र 2020 पर चौथे राष्ट्रीय सम्मेलन (ऑनलाइन) का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का विषय 'फैशन एवं वस्त्र उद्योग 4.0 में शिक्षा 4.0 हेतु चुनौतियां एवं अवसरÓ था। सम्मेलन का शुभारंभ यूएसए के टूकाटेक लॉस एंजेलेस के चेयरमैन एवं संस्थापक राम सरीन, एपेरल ट्रेनिंग एंड डिजाइन सेंटर के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर विजय माथुर, राजेश भेडा कंसलटिंग इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. राजेश भेडा, बंग्लादेश गारमेंट बॉइंग हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष काजी इफ्तेखर हुसैन, वियतनाम की आरएमआईटी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा. राजकिशोर नायक, सिंगापुर के एसएलआईसीईआर की सह संस्थापिका अनुपमा सिंगल, एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंव एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट की चेयरपरसन दिव्या चौहान एंव एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा. (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने किया। सम्मेलन का संचालन एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंड एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट के महानिदेशक डा. प्रदीप जोशी ने किया। 


सम्मेलन में एनएफआईटी चेन्नई, एनएफआईटी दिल्ली, एनएफआईटी पटना, अन्नामलाई विश्वविद्यालय तमिलनाडु, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ, खालसा कॉलेज ऑफ वूमेन अमृतसर, जीडी गोयनका विश्वविद्यालय आदि ने हिस्सेदारी निभाई। सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर 24 शोध पत्र और 09 पोस्टर प्रदर्शित किए गए।


यूएसए के टूकाटेक लॉस एंजेलेस के चेयरमैन एवं संस्थापक राम सरीन ने कहा कि परिवर्तन निरंतर होता रहता है और विकास वैकल्पिक है। निवारण सदैव समस्या के साथ ही जन्म लेती है। चुनौतियां सदैव अवसरों के साथ आती है। उन्होंने उबर एवं अमेजन का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीकी कभी भी व्यापार को समाप्त नहीं करती, बल्कि नये दृष्टिकोण एवं आयाम प्रदान करती है। 


एपेरल ट्रेनिंग एंड डिजाइन सेंटर के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर विजय माथुर ने कहा कि वर्तमान में परिधान उद्योग में हमारा सबसे बड़ा प्रतियोगी चीन नहीं, बल्कि उद्योग 4.0 है, जिसके लिए हमें तैयार होना है। उद्योग 4.0 से प्रतियोगिता की बजाय उसे अपनाना और जीवन का हिस्सा बनाना होगा। इस महामारी ने हमें नये अवसर या खेलने के लिए डिजिटल मंच नामक नया चेस बोर्ड प्रदान किया है। डिजिटल प्रतिरूप को समझें। उन्होंने कहा कि फैशन और सूचना प्रौद्योगिकी के छात्रों को मिलकर कार्य करना चाहिए।


राजेश भेडा कंसलटिंग इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. राजेश भेडा ने कहा कि उद्योग 4.0 से जुड़े पेटेंट में हम चीन, यूएसए, जापान, जर्मनी और कोरिया से काफी पीछे हैं। परिधान उद्योग ने बिग डाटा, ऑटोनॉमस रोबोट, आईओटी, क्लाउड और आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस को अपना लिया है और सिमुलेशन, एडिटिव मैनुफैक्चुरिंग एवं आर्ग्युमेंटेड रियेलिटी के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। पैर्टन मेकिंग, उत्पादन, योजना निर्माण, सिलाई लाइन बैलेसिंग आदि कई क्षेत्रों में कार्य पूरी तरह ऑटोमेटेड हो जायेगा। 


बांग्लादेश गारमेंट बॉयिंग हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष काजी इफ्तेखर हुसैन ने कहा कि उद्योग 4.0 से उद्योग निरंतर परिवर्तीत हो रहे हैं। परिधान एवं वस्त्र उद्योग में एक बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग कार्य करता है। इसलिए उन्हें उद्योग 4.0 के अनुरूप प्रशिक्षित करना होगा। 


वियतनाम की आरएमआईटी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा. राजकिशोर नायक ने वियतनाम में परिधान एवं वस्त्र उद्योग की स्थिति, नई तकनीकी को अपनाने में आ रही चुनौतियों सहित स्पनिंग एवं वीविंग, पैर्टन मेकिंग, सीएडी एवं सीएएम का उपयोग, वर्चुअल प्रोटोटाइप, आरएफआईडी तकनीक के बारे में बताया। कई नई तकनीकें, फैशन एवं वस्त्र उद्योग में अपनी जड़ें जमा रहीं हैं, जिससे विद्युत की खपत कम, उत्पादन की क्षमता मेे विकास, गुणवत्ता में विकास और कुल लागत में कमी आ रही है।


सिंगापुर के एसएलआईसीईआर की सह संस्थापिका अनुपमा सिंगल ने कहा कि तकनीकी का उपयोग विकास या विघ्नकारी के लिए करें यह उद्योग पर निर्भर करता है। उन्होनें रिटेलर की बढ़ती जटिलता, प्रक्रिया और उपकरणों के बारें में बताते हुए ग्राहकों की मांग, मानसिकता एंव व्यवहार को बताया।  


एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंव एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट की चेयरपरसन दिव्या चौहान ने अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि महामारी के इस कठिन समय में छात्रों को जानकारी प्रदान करने के लिए इस वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन किया गया है। परिधान एवं वस्त्र उद्योग एक श्रमिक आधारित क्षेत्र है और कोविड ने सभी क्षेत्रों की तरह इस क्षेत्र को प्रभावित किया है। छात्रों को उद्योग 4.0 के अंर्तगत तैयार करने, जिससे वे प्रथम दिन से परिणाम प्रदान कर सकें, इसके हेतु मार्गदर्शन आवश्यक है। 


एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा ने शिक्षण क्षेत्र में नये मानक स्थापित किये हैं। डिजिटल मंच के माध्यम सें छात्रों को ज्ञान एंव मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। हम शिक्षा 4.0 को तकनीकी एवं उद्योग 4.0 से एकीकृत कर रहे हैं। वस्त्र उद्योग मेें विकास के लिए छात्रों में कौशल एंव उद्यमिता के गुण का विकसित करना होगा और उन्हें बहु कुशल एवं बहु कार्यण बनाना होगा।


सम्मेलन के तकनीकी सत्र के अंर्तगत फैशन एंव टेक्सटाइल- शिक्षा 4.0 एवं इंडस्ट्री 4.0 पर हांगकांग के असमारा इंटनेशनल लिमिटेड के गु्रप सीईओ वेंकी निगम, अरविंद लिमिटेड में डिजाइन एडारडी के एवीपी अनुपम विश्वास ने विचार रखे। इसके अतिरिक्त अन्य सत्र फैशन एवं वस्त्र- नवाचार का परिपे्रक्ष्य विषय पर विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की डॉ. स्मिता बगाई सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।


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