ला रेसिडेंसिया में बिना सेफ्टी सर्टिफिकेट के ही चल रहे लिफ्ट
टावर-16 का एक लिफ्ट दो महीने खराब, ठीक नहीं करा रहा बिल्डर
अपराध, पशुओं के आतंक और अव्यवस्था से जूझ रहे निवासी
तमाम शिकायतों के बाद भी नहीं हो रहा समस्याओं का समाधान
ग्रेटर नोएडा। आएदिन हो रहे अपराध और आवारा पशुओं के आतंक से जूझ रहे लॉ रेसिडेंसिया के लोग अब बिल्डर के रवैये से बेहद परेशान हैं। सोसायटी के निवासी समस्याओं के समाधान के लिए बिल्डर और एस्टेट मैनेजर से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई। इस सोसायटी का लिफ्ट हमेशा खराब रहता है, लेकिन तमाम शिकायत के बाद भी उसे ठीक नहीं कराया जाता है। बिल्डर पैसे के अभाव का वास्ता देकर पल्ला झाड़ लेता है। इस सोसायटी में फिलहाल एक भी लिफ्ट में सेफ्टी सर्टिफिकेट नहीं है। जबकि किसी भी लिफ्ट के ऑपरेशन के लिए यह नियमानुसार जरूरी होता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ला रेसिडेंसिया के निवासियों का कहना है कि कभी चोरी, कभी हत्या और कहीं चेन स्नेचिंग की घटनाओं से लोग दहशत में हैं। आवारा पशुओं के आतंक से भी लोग भयभीत हैं। इन सबके बीच बिल्डर सोसायटी के निवासियों का मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहे हैं। यहां के मेंटेनेंस की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। आलम ये है कि हर दिन किसी न किसी टावर की लिफ्ट खराब ही रहती है। पूरी सोसायटी में पानी की भी भारी दिक्कत रहती है। मौजूदा वक्त में सोसायटी के टावर नंबर-16 की एक लिफ्ट पिछले दो महीने से बंद पड़ी है। इस टावर में लगभग 150 परिवार रहते हैं। लिफ्ट खराब होने से इतनी बड़ी संख्या में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
लिफ्ट की आएदिन होने वाली समस्या से ला रेसिडेंशिया के निवासी दहशत में जी रहे हैं। इसलिए कि कोई भी संस्था इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। टावर-16 में ही कुछ बुजुर्ग रहते हैं, जिन्हें दिल की बीमारी है। ऐसे में लिफ्ट के खराब होने की समस्या किसी बड़ी मुसीबत का कारण बन सकती है। प्रशासन, अथॉरिटी और बिल्डर, तीनों ही निवासियों को उनके भाग्य भरोसे छोड़कर बैठे हैं और निवासी अपने खून पसीने की कमाई बिल्डर को देकर दिन रात डर के साये में जीने को मजबूर हैं।
ला रेसिडेंसिया के निवासियों का कहना है कि लिफ्ट की समस्या के बाबत उन्होंने बिल्डर और मेंटेनेंस एजेंसी से बात कर समस्या सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन वे पैसा न होने का बहाना कर हाथ खड़े कर देते हैं। निवासियों का कहना है कि लिफ्ट की एएमसी फरवरी-2020 में होनी थी और निवासियों ने मेंटेनेंस का पैसा दे रखा है। बावजूद इसके बिल्डर ने समय पर एएमसी नहीं दी। निवासियों ने इस रकम के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए बिसरख थाने में शिकायत दी थी, लेकिन वहां से भी कोई राहत नहीं मिली। सोसायटी के निवासियों ने ट्वीटर के जरिए जिलाधिकारी और पुलिस को भी समस्याअें से अवगत कराया, लेकिन वहां से भी अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है।