कोरोना का संक्रमण रोकने को कलेक्ट्रेट में कोविड हेल्प डेस्क
अधिकारियों, कर्मचारियों और आम लोगों को जांच के बाद ही कलेक्ट्रेट में प्रवेश की अनुमति
ग्रेटर नोएडा। जिले में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन ने अपनी रणनीति सक्रियता बढ़ा दी है। प्रशासन की नजर जिले के हर उस स्थान पर है, जहां कोने-कोने से लोग शासकीय काम के लिए आते हैं। इसी सोच को अंजाम देते हुए सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है।
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता हुए तीन हजार के करीब पहुंच गया है। हालांकि कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और जिलाधिकारी सुहास एलवाई संक्रमण को रोकने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, अनलॉक के कारण ये प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। अब प्रशासन ने महामारी पर चौतरफा हमला करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर कोविड हेल्प डेस्क बनाया गया है। कलेक्ट्रेट में आने वाले प्रति व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा कोरोना के लक्षण मिलने पर उसकी जांच और उपचार की त्वरित व्यवस्था की जा रही है।
कोविड-19 के नोडल ऑफिसर नरेंद्र भूषण ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी एवं आम नागरिकों का टेंपरेचर स्कैन करने तथा अन्य जानकारी उपलब्ध कराने के बाद ही कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही इस तरह की व्यवस्था अन्य स्थानों पर भी करने की योजना है।