अचानक लेह पहुंचे पीम मोदी ने जवानों के शौर्य का सराहा 

सेना को उपलब्ध कराएंगे अत्याधुनिक हथियार : मोदी


श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसी कार्यप्रणाली की दुनिया कायल है। बीते माह से पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी सैन्य तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी के लेह के औचक दौरे से पूरी पड़ोसी देशों में हलचल मच गई। पीएम मोदी ने सेना, वायुसेना और आईटीबीपी के अधिकारियों व जवानों से मुलाकात की और वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के साथ बैठक कर सीमा पर हालात का जायजा लिया। पीएम मोदी ने सीमा पर जवानों के शौर्य की जमकर सराहना की। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएव) जनरल विपिन रावत और थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने भी थे।


गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का लद्दाख का दौरा तय था। लेकिन, गुरुवार को उनका दौरा रद्द हो गया। पीएम नरेंद्र मोदी का लद्दाख जाने का पहले से काई कार्यक्रम तय नहीं था। लेकिन, प्रधानमंत्री शुक्रवार की सुबह एक विशेष विमान से सीडीएस जनरल विपिन रावत और थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने के साथ अचानक लेह पहुंच गए। लेह पहुंचने के बाद वह हैलीकाप्टर में सवार हुए और सीधे जंस्कार की पहाड़ियों के बीच स्थित नीमू पहुंचे। यह इलाका एलएसी से सटा हुआ है। 


प्रधानमंत्री ने सेना, वायुसेना और आईटीबीपी के अधिकारियों व जवानों को संबोधित करते हुए उनके शौर्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि समुद्रतल से करीब 11000 फीट की ऊंचाई पर स्थित नीमू में जवान जिस बहादुरी, कर्तव्य निष्ठा, राष्ट्रभक्ति और बलिदान की भावना के साथ देश की सुरक्षा में लगे हैं, वह अद्वितीय है। उसकी जितनी भी सराहना की जाए, कम है। उन्होंने कहा कि जवानों के साथ पूरा देश मजबूत दीवार की तरह खड़ा है। उन्होंने दुश्मन के दुस्साहस का मुहंतोड़ जवाब देन के लिए जवानों को सराहा और कहा कि देश को उन पर गर्व है। उन्होंने सेनाओं और अर्धसैनिक बलों को ढांचागत सुविधाएं और अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। 


जवानों व अधिकारियों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री ने सभी वरिष्ठ सैन्य अफसरों के साथ एक बैठक कर पूर्वी लद्दाख की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने चीन से निपटने की रणनीति पर भी चर्चा की और अग्रिम इलाकों में आप्रेशनल तैयारियों को तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने लद्दाख के अग्रिम इलाकों में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पुलों, सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।


लद्दाख के बाद प्रधानमंत्री ने चीन के गलवान घाटी में बीती 15 जून की रात चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में घायल भारतीय जवानों का हाल लेने सेना के अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने हर जवान के साथ बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया। 


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