राजनाथ सिंह ने आज ‘उत्तराखंड जन-संवाद' वर्चुअल रैली को किया संबोधित , पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कई विषयों पर की चर्चा

New Delhi


केंद्रीय रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष  राजनाथ सिंह ने आज ‘उत्तराखंड जन-संवाद' वर्चुअल रैली को संबोधित किया और उत्तराखंड की जनता एवं राज्य के । कार्यक्रम से उत्तराखंड में मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बंशीधर भगत, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं उत्तराखंड से राज्य सभा सांसद  अनिल बलूनी सहित कई वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी वर्चुअली जुड़े।


श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत छः वर्षों में हिंदुस्तान ने बहुत प्रगति की है। अंतरराष्ट्रीय जगत में भी भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। हमारा देश जब तेज गति से आगे बढ़ रहा था, तो पूरी दुनिया के सामने कोरोना की चुनौती पैदा हुई। कई बड़े-बड़े और विकसित देश कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं लेकिन मैं प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी को बधाई देना चाहूंगा कि उन्होंने अपनी इच्छा शक्ति से इस चुनौती को स्वीकार किया। हमारे प्रधानमंत्री जी ने जिस सूझबूझ और इच्छा शक्ति के साथ कोरोना से लड़ने के लिए कदम उठाए, उसकी सराहना पूरे विश्व में हो रही है।


पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के कार्यों का लेखा-जोखा देश की जनता तक पहुंचाने की हमारी परंपरा रही है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर हम लगातार देश की जनता के पास गए। अब जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में द्वितीय कार्यकाल का पहला वर्ष पूर्ण हुआ है, तब भी हम वर्चुअल रैलियों के माध्यम से देश की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं।


कैलाश मानसरोवर लिंक रोड पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि मानसरोवर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए भारत सरकार ने एक सुविधा उपलब्ध कराई है। पहले मानसरोवर जाने वाले यात्रियों को सिक्किम के नाथुला पास मार्ग से होकर जाना पड़ता था जिससे अधिक समय लगता था। अब बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने लिपुलेख तक एक लिंक रोड का निर्माण किया है जिससे मानसरोवर जाने के लिए एक नया रास्ता खुल गया। पहले यात्रा के मुकाबले अब 6 दिन कम समय में मानसरोवर की यात्रा पूरी होगी। यह 80 किमी लंबी सड़क है, जिसे पूरी तरह भारतीय सीमा के अंदर बनाया गया है। हमारे पड़ोसी देश नेपाल में इस सड़क को लेकर कुछ गलतफहमियां पैदा हुई हैं। नेपाल के साथ हमारे केवल सामाजिक, भौगोलिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्ते ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक रिश्ते भी हैं। भारत-नेपाल का रिश्ता 'रोटी-बेटी' का है। दुनिया की कोई भी ताकत इस रिश्ते को तोड़ नहीं सकती। उन्होंने आगे कहा कि हमारे यहां गोरखा रेजिमेंट ने समय समय पर अपने शौर्य का परिचय दिया है। उस रेजिमेंट का उद्घोष है कि “जय महाकाली आयो री गोरखाली”। महाकाली तो कलकत्ता, कामाख्या और विंध्यांचल में विद्यमान हैं, तो भारत और नेपाल का रिश्ता कैसे टूट सकता है? बाबा पशुपतिनाथ को हम कैसे भूल सकते हैं। बाबा पशुपतिनाथ हों या चाहे हमारे भारत में काशी विश्वनाथ, सोमनाथ इन सबको अमरनाथ से अलग कोई कैसे कर सकता है?  यह सम्बन्ध तो इस लोक का नही है बल्कि मैं यह मानता हूं कि यह संबंध दूसरे लोक का है, जिसे चाह कर भी कोई इसे बदल नहीं सकता है। इसलिए धारचूला के आगे कितनी भी तारें लगा दी जाएं, इन संबंधों को बहनों भाइयों काटा नहीं जा सकता। मैं विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि भारतीयों के मन में कभी भी नेपाल को लेकर किसी भी प्रकार की कटुता पैदा हो ही नहीं सकती है। इतना गहरा संबंध हमारे साथ नेपाल का है। हम मिल बैठकर इन सब समस्याओं का समाधान करेंगे। इस मार्ग के प्रति नेपाल को यदि कुछ गलतफहमी हो गई है तो उसे बातचीत से सुलाझाया जाएगा।


उत्तराखंड में विकास कार्यों को रेखांकित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की स्थिति आज पहले से काफी सुधर चुकी है। उत्तराखंड परिश्रम और पराक्रम की भूमि है, देवभूमि है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री जी ने भगवान् केदारनाथ के पुनर्निमाण के सभी पहलुओं की समीक्षा की है। यात्रियों के लिए ये यात्रा ईको फ्रेंडली हो सके, इसकी कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए भी राज्य सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, वो कम है। किसानों के लिए फसलों के बीज पर पहले 50 फीसदी सब्सिडी थी, उसे बढ़ाकर त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने 75 फीसदी कर दिया है। उन्होंने कहा कि 'गौरा देवी कन्या धन योजना' के लिए मैं उत्तराखंड सरकार को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूं। इस योजना के तहत जिस परिवार में बेटी का जन्म होता है, उस परिवार को 50,000 रुपये की नकद आर्थिक सहायता दी  जाती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने फैसला किया है कि हरिद्वार से ऋषिकेश तक मैट्रो ट्रेन चलाई जाएगी, इसे मंजूरी दे दी गई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ भी राज्य सरकार ने जीरो टॉरलेंस की नीति अपनाई है। गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया है जो कि एक बहुत ही अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र रावत सरकार ने अपने 3 साल के कार्यकाल में घोषणा पत्र के 85 फीसदी वादों को पूरा किया है। राज्य सरकार के पास अभी दो वर्ष का समय और है। इन दो वर्षों में कोई ऐसे वादा ऐसा नहीं रहना चाहिए, जो पूरा न हो। मेरा विश्वास है कि सभी वादे पूरे होंगे।


मोदी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ढेर सारे कदम उठाये हैं। आजादी के इतने साल बाद भी भारत में करीब साढ़े 18 हजार गांव और लगभग ढाई करोड़ घर ऐसे थे, जहां बिजली नहीं थी। हमारी सरकार ने उन गांवों और घरों में बिजली पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे खुले। प्रधानमंत्री जन-धन योजना से हर भारतवासी का बैंक खाता खोलने का काम भी हमारी सरकार ने किया है। हमारी सरकार का संकल्प है कि 2022 तक देश में कोई ऐसे परिवार नहीं होगा, जिसके पास पक्की छत न हो। मोदी सरकार ने वन नेशन, वन राशन कार्ड की योजना शुरु की है जिसके तहत उत्तराखंड का कोई निवासी अगर तमिलनाडु में भी रोजगार के लिए जाता है तो वहां भी सस्ते दर पर अनाज प्राप्त कर सकेगा। अर्थात् किसी भी राज्य के नागरिक को देश में कहीं भी सस्ते अनाज की सुविधा मिल सकेगी।


श्री सिंह ने कहा कि जब चुनाव आता है तब राजनीतिक पार्टियां जनता के सामने बड़े-बड़े वादे करती हैं। लेकिन चुनाव समाप्त हो जाने और सरकार बन जाने के बाद अपने वादे भूल जाती है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अपने घोषणापत्र में किये गये हर वादे को पूरा कर दिखाया है चाहे वह धारा 370 के उन्मूलन का मामला हो, ट्रिपल तलाक का खात्मा हो, नागरिकता संशोधन क़ानून को लागू करना हो या फिर श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का विषय हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जो काम किया है उसे देखते हुए मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आजाद भारत की राजनीति में जो विश्वास का संकट पैदा हुआ था, उसे हमने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है और उस पर हमने विजय प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि धारा 370 और श्रीराम जन्म भूमि के संबंध में जब भी हम लोग सार्वजनिक सभाओं में बोलते थे, तो उस समय विपक्ष कहता था कि चुनाव आ गया है इसलिए राम जन्म भूमि और धारा 370 की बातें भाजपा कर रही है लेकिन हमारी सरकार ने पूर्ण बहुमत मिलते ही धारा 370 एवं 35A को ख़त्म किया और सुप्रीम कोर्ट ने भी श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में अपना निर्णय दिया।


रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ‘आत्मनिर्भर भारत’ का लक्ष्य लेकर चले हैं। कोरोना काल में देश के विकास और गरीबों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री जी ने ने कई कदम उठाये। 20 लाख करोड़ रुपये की राशि से आत्मनिर्भर भारत पैकेज का एलान किया गया तो गरीब कल्याण के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की गई। सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक लक्ष्य निर्धारित किया है कि भारत सिर्फ आयात करने वाला देश नहीं होना चाहिए, बल्कि निर्यात करने वाला देश भी बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में पहले देश से 100-150 करोड़ रुपये का निर्यात होता था, हमने अब लक्ष्य निर्धारित किया है कि 2024 तक डिफेंस में हमारा एक्सपोर्ट 5 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा।


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