नोएडा में कोविड-19 मरीजों के लिए हो 500 बेड की व्यवस्था : एनईए
मुख्य सचिव को भेजी चिट्ठी, ईएसआईसी हॉस्पिटल में भी हो संक्रमितों का इलाज
नोएडा। शहर की सबसे बड़ी उद्योगपतियों की संस्था नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन (एनईए) ने यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी को पत्र भेजकर नोएडा में कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए निजी और सरकारी अस्पतालों में कम से कम 1000 बेड की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है। संस्था ने नोएडा शहर में स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में भी कोविड-19 के मरीजों के ट्रीटमेंट का इंतजाम करने करने की मांग की है।
नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्हन ने यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी को प्रेषित पत्र में कहा है कि गौतमबुद्धनगर प्रदेश के बड़े जिलों में शुमार है। इसकी आबादी लगभग 20 लाख है। अकेले नोएडा शहर नोएडा की आबादी लगभग 6 से 7 लाख है। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए सिर्फ दो हॉस्पिटल ही नामित किए गए हैं। उनमें भी बहुत सीमित संख्या में बेड हैं। नोएडा में एक भी ऐसा हॉस्पिटल नहीं है, जहां कोविड-19 मरीजों का इलाज हो सके। ऐसे में नोएडा में जो लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें इन दोनों नामित अस्पतालों में ही भर्ती होने के लिए भागना पड़ता है।
एनईए के अध्यक्ष विपिन मल्हन ने कहा कि नोएडा राज्य का शो-विंडो है। यहां हजारों की संख्या में उद्योगपति, पेशेवर, शीर्ष अधिवक्ता, तमाम कामकाजी, नौकरशाहों और न्यायाधीशों, यहां तक कि एक विशाल कार्यबल की जीवंत आबादी है। उनमें से कोई भी किसी भी समय संक्रमित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अब लॉकडाउन खोलने के साथ ही जीवन सामान्य होने लगा है। ऐसे तमाम कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
मुख्य सचिव को भेजे पत्र में विपिन मल्हन ने कहा कि पहले से नामित दोनों अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाकर कम से कम 1000 किया जाए। उन्होंने नोएडा में न्यूनतम 500 बिस्तरों वाले 8 से 10 निजी अस्पतालों और कोविड-19 उपचार के लिए जिले में 1000 बिस्तरों के साथ रोगियों को स्वीकार करने और उन्हें उपचार प्रदान करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। एनईए अध्यक्ष ने कहा कि नोएडा का ईएसआईसी एक बड़ा और आधुनिक अस्पताल है। उसे ईएसआईसी के अंतर्गत आने वाले कोविड-19 रोगियों के उपचार और देखभाल करने की अनुमति देने का सुझाव दिया है।