बिहार सरकार की हठधर्मिता और संवेदनहीनता की तीखी आलोचना की
पटना
अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के महासचिव सह ज्वाइन्ट फोरम फाॅर मूवमेंट ऑन एडुकेशन के राष्ट्रीय संयोजक प्रोण् अरुण कुमार ने बिहार में जारी सभी स्तर के शिक्षकों की राज्यव्यापी हड़ताल का पुरजोर समर्थन करते हुए बिहार सरकार की हठधर्मिता और संवेदनहीनता की तीखी आलोचना की है।
श्री कुमार ने आज यहाँ एक प्रेस.विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि बिहार की हडताली शिक्षकों की माँगें शतप्रतिशत जायज हैं ।समान काम के लिए समानता वेतनमान और सेवाशर्तों की माँगें प्राकृतिक न्याय के घोषित सिद्धांतों के अनुरूप हैएजिससे माननीय पटना उच्च न्यायालय ने भी सही ठहराया है।एक ही परिसर में वेतनमान और सेवाशर्तों में विषमता के फलस्वरूप सम्पूर्ण शिक्षा. व्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है।
उन्होंने ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की है कि बिहार के मुख्यमंत्रीए शिक्षामंत्री और शिक्षा विभाग के नौकरशाह हडताली शिक्षकों के खिलाफ गलत.शलत प्रतिकूल टिप्पणियाँ करके उकसावापूर्ण कार्रवाई कर रहे हैं ।शिक्षकों को निलंबनए झूठे मुकदमेएबर्खास्तगी आदि दमनात्मक कार्रवाइयों की धमकियाँ देकर लोकतांत्रिक तौर.तरीकों की धज्जियाॅ उड़ा रहे हैं ।किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी माँगों के लिए आंदोलन और हड़ताल करने का संवैधानिक अधिकार है।सरकार का यह दायित्व हैं कि वह आंदोलनकारियों की बातें सुने और उनकी समस्याओं का समाधान ढूँढे ।
श्री कुमार ने हडताली शिक्षकों से अपनी एकता बनाये रखने की अपील करते हुए कहा है कि उनकी माँगों के संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर विचार.विमर्श शुरु हो गया है।ज्वाइन्ट फोरम फाॅर मूवमेन्ट ऑन एडुकेशन ;श्रथ्डम्द्ध और अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक महासंघ ने बिहार सरकार के रवैये की कड़ी आलोचना की है और शीघ्रातिशीघ्र समझौता.वार्ता बुलाने की माँग की है।आगामी 19 मार्च को देश भर के शिक्षक संसद का घेराव करने जा रहे हैंए जिसमें बिहार के शिक्षकों की माँगें भी शामिल हैं ।
प्रोण् कुमार ने कहा है कि अगर बिहार सरकार शीघ्रातिशीघ्र द्विपक्षीय वार्ता बुलाकर माँगों पर निर्णय नहीं लेती है तो एआइफुक्टो भी इस आंदोलन के समर्थन में कार्यक्रमों की घोषणा करेगा और आंदोलन को राष्ट्रव्यापी विस्तार देने के लिए बाध्य होगा।
श्री कुमार ने बिहार सरकारए खासकर मुख्यमंत्री श्री नीतिश कुमार से हठधर्भिता त्याग करएशिक्षकों के खिलाफ सभी दण्डात्मक कार्रवाई वापस लेते हुए वार्ता का सकारात्मक वातावरण तैयार करने की अपील की है।