सीएए के विरोध के नाम पर हिंसा का नंगा नाच अक्षम्य अपराध, कार्यवाही हो : मिलिंद परांडे

नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव श्री मिलिंद परांडे ने आज कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में किए जा रहे कथित प्रदर्शनों की आड़ में हिंसा का जो नंगा नाच देश भर में किया जा रहा है, वह अब असहनीय बनता जा रहा है। इन प्रदर्शनों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा है कि जहां एक ओर झारखंड के लोहरदगा जैसे क्षेत्रों में हिन्दुओं पर सरेआम प्राणघातक हमले हो रहे हैं वहीँ, राजधानी दिल्ली भी हिंसा से अछूती नहीं रही। इन कथित प्रदर्शनों के चलते दिल्ली में जगह-जगह लाखों लोगो द्वारा दैनिक प्रयोग के महत्वपूर्ण मार्गों व पार्कों पर अनाधिकृत न सिर्फ कब्जे हो रहे हैं वल्कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में गैर-मुसलमानों/हिन्दुओं का जीना भी दूभर हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस कानून का किसी भी भारतीय समुदाय की नागरिकता से कोई लेना-देना है ही नहीं, उसके नाम पर, कांग्रेस सहित कुछ अन्य अल्पसंख्यक तुष्टीकरण करने वाले राजनैतिक दल तथा भारत विरोधी शक्तियां जनता को भ्रमित करने का एक खरतनाक खेल खेल रहे हैं जिसे अबिलम्ब रोक कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करना नितांत आवश्यक है।    


झारखंड के लोहरदगा कस्वे में, कल सुबह, पाकिस्तान, बंग्लादेश व अफगानिस्तान में, इस्लामिक जिहादियों के धार्मिक उत्पीडन के शिकार हिन्दुओं, जिनमें अधिकांशतया एससी/एसटी समुदाय के महिला पुरुष व बच्चे सामिल हैं, के मानवाधिकारों की रक्षार्थ हिन्दू समाज द्वारा निकाली गई शान्ति पूर्ण रैली पर सैंकड़ों जिहादियों के जान-लेवा हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सत्ता परिवर्तन के साथ ही,  जिहादी मानसिकता कितनी शीघ्रता से हिन्दुओं पर हमलावर हो जाती है। झारखंड में ही पत्थलगढ़ी का विरोध करने पर वनवासी समाज के लोगों की निर्मम हत्याओं पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह कांग्रेसी गठबंधन की सरकार की हिन्दुओं के प्रति खतरनाक उदासीनता का ही परिणाम है। झारखंड की कांग्रेस पोषित हेमंत शोरेन सरकार को कड़ी चेतावनी भरे लहजे में विहिप महा सचिव ने कहा कि सरकार हमलावरों को अबिलम्ब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दे तथा पीड़ित हिन्दुओं की सुरक्षा, चिकित्सा व जान-माल की हानि की भरपाई हेतु उचित व्यवस्था करे।


दिल्ली के शाहीन बाग़ व खुरेजी का जिक्र करते हुए श्री परांडे ने कहा कि एक ओर शाहीन बाग़ में गत सवा माह से उत्तर-प्रदेश से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग के आवागमन को अवैध रूप से रोक कर वहां हिंदू-द्रोही व देश विरोधी नारे लगा कर लोगों को भड़काया जा रहा है तो खुरेजी के विवेकानंद आश्रम पर पथराव के साथ उसके पास वाले डीडीए पार्क की सरकारी भूमि में गुपचुप तरीके से मस्जिद निर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हें भी अविलम्ब रोका जाना अत्यंत आवश्यक है।    


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