अखिल भारत हिन्दू महासभा का 60 वां राष्ट्रीय अधिवेषन संपन्न

चन्द्रप्रकाष कौषिक पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए 
  नई दिल्ली
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री मुन्ना कुमार शर्मा ने राष्ट्रीय अधिवेषन की जानकारी देते हुए बताया कि अखिल भारत हिन्दू महासभा का 60 वां दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेषन 25 एवं 26 अगस्त को प्रेमनगर आश्रम, ज्वालापुर रोड़, हरिद्वार में आयोजित किया गया। निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चन्द्रप्रकाष कौषिक को पुनः अखिल भारत हिन्दू महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। राष्ट्रीय अधिवेषन के प्रथम दिवस 25 अगस्त को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चन्द्रप्रकाष कौषिक, राष्ट्रीय महामंत्री श्री मुन्ना कुमार शर्मा, राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री श्री वीरेष त्यागी, स्वागताध्यक्ष श्री योगेन्द्र वर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सतीष मदान, डा. जर्नादन उपाध्याय, योगी जयनाथ, स्वामी सहजानन्द महाराज आदि ने दीप प्रज्जलीत कर राष्ट्रीय अधिवेषन का शुभारंभ किया। सभी नेताओं ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर के चित्र पर माल्यार्पण किया। तत्पष्चात राष्ट्रीय अधिवेषन की कार्यवाही प्रांरभ हुई। इस दो दिवसीय अधिवेषन में अखिल भारत हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक 25 अगस्त को दोपहर बाद 12.00 बजे से आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई तथा देष के विभिन्न राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं विदेष मामलों से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई। 25 अगस्त को दोपहर बाद  02.00 बजे से राष्ट्रीय महासमिति की बैठक हुई जिसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया तथा विभिन्न राष्ट्रीय,अंतर्राष्ट्रीय, सामाजिक एवं राजनैतिक विषयों पर गहन चर्चा हुई। 26 अगस्त को प्रातः 09.00 बजे से राष्ट्र रक्षा हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में संत, महात्मा एवं हिन्दूवादी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें। इस सम्मेलन में राष्ट्र एवं हिन्दुओं से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की गई। सम्मेलन को संबोधित करते हुए। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चन्द्रप्रकाष कौषिक ने बताया कि अखिल भारत हिन्दू महासभा देष का प्रथम राजनैतिक दल है, एवं देष को स्वतंत्रता दिलाने वाला दल है। इसका गठन 1915 में वैषाखी के दिन 13 अप्रैल को पवित्र भूमि हरिद्वार, उत्तराखण्ड में किया गया था। महासभा की स्थापना का श्रेय पं0 मदनमोहन मालवीय जी को है। महासभा का प्रथम  राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महाराजा मनीन्द्रचन्द्र नन्दी को बनाया गया था। महासभा के कार्यकर्ताओं व नेताओं ने अंग्रेजों के विरूद्व लड़कर हिन्दुस्तान को स्वतंत्रता दिलाया था। महासभा के अग्रणी नेताओं में वीर सावरकर, भाई परमानन्द जी, स्वामी श्रद्वानंद, लाला लाजपत राय, डा.वी. एस मुंजे, महन्त दिग्विजननाथ, सोमनाथ चटर्जी आदि थे। 
  सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि हमें अगले पांच वर्षो में हिन्दुस्थान को अखंड हिन्दू राष्ट्र बनाना है। इसके लिये यह सबसे उपयुक्त समय है।उन्होंने कहा कि हमें महासभा के महान नेताओं के सपनों को पूरा करते हुए भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना है। इसके लिये सभी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को त्याग एवं बलिदान के लिये हमेषा तैयार रहना चाहिए। सम्मेलन को कई संतों, संन्यासियों एवं हिन्दू महासभा के नेताओं ने संबोधित किया।
  


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