जैगुआर फुटबॉल क्लब के नोएडा ट्रेनिंग सेंटर का हुआ उद्घाटन

नोएडा। जैगुआर फुटबॉल क्लब के नोएडा ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन महर्षि टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट सेक्टर 110 में हुआ बच्चों द्वारा अभ्यास मैच खेल कर उद्घाटन किया गया। फुटबॉल क्लब का गठन नवंबर 2009 मे ले.कर्नल बिशन दत्त, प्रभजोत सिंह एवं सतवीर सिंह राणा ने फुटबॉल खेलने के इच्छुक विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों को एक मंच प्रदान करने के इरादे से किया था। उसके पश्चात जेएफसी स्पोर्ट्स एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा बन गया। जिसे 24 सितंबर 2010 मे विशेष उद्देश्य से सामान्य रूप से खेलों को बढ़ावा देने की इच्छा के साथ शामिल किया गया था। प्रबंधक ले. कर्नल बिशन दत्त ने बताया कि फुटबॉल क्लब स्कूल के दोस्तों द्वारा संचालित किया जाता है
सभी व्यक्तिगत व्यवसायों में अच्छी तरह से बसे हुए हैं और अपना समय समर्पित करते हैं और बच्चों के बीच फुटबॉल को समर्थन और बढ़ावा देने की दिशा में निस्वार्थ रूप से काम करते हैं, इस विश्वास के साथ कि खेल के लिए यह जुनून बच्चों के बीच बाहरी गतिविधि में पुनरुत्थान का कारण बनेगा, जिससे एक बेहतर और स्वस्थ जीवन शैली का विकास होगा।प्रबंधक प्रभजोत सिंह ने बताया कि बच्चों के एक बेहतर चरित्र निर्माण हेतु हमने एक एनजीओ 'कुटुम्भ 'के माध्यम से पिछड़े व गरीब बच्चों की एक टीम को आमंत्रित किया, ताकि फुटबॉल के माध्यम से सामाजिक दूरियों को पाटा जा सके। श्री सतवीर राणा ने इन बच्चों को सभी किट और उपकरण प्रदान किए, जिन्होंने अपने पूल में स्कूलों के खिलाफ अपने सभी मैच खेले। हमने इसे 'चिल्ड्रन फॉर चिल्ड्रन' की पहल का नाम दिया है। 2013 में जगुआर फुटबॉल क्लब ने फुटबॉल में लड़कियों को बढ़ावा देने का फैसला किया। 2012 का दिसंबर निर्भया बलात्कार कांड के कारण भारत के लिए शर्मनाक समय था। जेएफसी ने फुटबॉल में लड़कियों को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के लिए इव्स सॉकर क्लब (दिल्ली सॉकर एसोसिएशन के साथ पंजीकृत एक गर्ल्स क्लब) के साथ हाथ मिलाया। इस गठबंधन को जगुआर-इव्स स्पोर्ट्स क्लब (JESC) नाम दिया गया था। इसका इरादा लड़कियों को खुद पर और इस तथ्य पर विश्वास दिलाना था कि वे फुटबॉल के माध्यम से जीवन में उपलब्धि हासिल कर सकती हैं। JESC ने सभी खिलाड़ियों के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करके एक कदम आगे बढ़ाया और अनुबंध के अनुसार सभी को एक वजीफा दिया। यह लड़कियों की फुटबॉल में एक पथप्रदर्शक उपलब्धि थी क्योंकि ज्यादातर लड़कियां स्कूल जा रही थीं और ऐसी पहल दिल्ली में समकालीन लड़कियों की फुटबॉल में अनसुनी थी।महिला डीएसए लीग से पहले, हमने एक अंतर-स्कूली लड़कियों की फुटबॉल लीग का आयोजन किया, जिसमें दिल्ली और नोएडा के 16 स्कूलों की भागीदारी थी। इसी उद्देश्य को लेकर हम अपना ट्रेनिंग सेक्टर नोएडा मे प्रारम्भ कर रहे हैं ताकि क्लब के विस्तार किया जा सके ओर ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को खोजा जा सके जो फुटबॉल के माध्यम से अपना हुनर तो दिखाना चाहते हैं पर उनके पास उचित संसाधन नही हैं। उन्होंने नोएडा वासियों से अनुरोध किया कि अधिक से अधिक संख्या मे क्लब से जुड़कर बच्चों की प्रतिभा को निखारा जा सके । इस अवसर पर कोच तुषार दत्त, मोहन गौड़, पूर्व राष्ट्रीय स्ट्राइकर के रामासुब्रमण्यम , प्रफुल मिश्रा, भरत सिंह, देव हलदर, नितिन घुगतियाल, पृथ्वी, सूरज परिहार, आर्यन, शिवांश, चन्द्रप्रकाश गौड़, सहित अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।


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