सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण बोर्ड द्वारा महमूदपुर नगरिया में बैठक, उद्देश्य था महिलाओं के कल्याण, शिक्षा और समुदाय में जागरूकता बढ़ाने पर चर्चा करना
**भारत की सुनहरी न्याय पहल**
एटा:महमूदपुर नगरिया गांव में सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण बोर्ड के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम पथरिया ने की। इस आयोजन में एटा जिले के बोर्ड के पदाधिकारियों ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई। राज्य से पदाधिकारी उमा कुमार और किरण कुशवाह ने इस आयोजन को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग दिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के कल्याण, शिक्षा और समुदाय में जागरूकता बढ़ाने पर चर्चा करना
था। इसमें महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया गया। साथ ही, सामाजिक न्याय बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों और योजनाओं की जानकारी साझा की गई।
इस अवसर पर गांव के बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को सम्मानित करते हुए उन्हें **शॉल भेंट** किए गए, जिससे उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान को मान्यता दी गई।
### बैठक के दौरान इन बिंदुओं पर विशेष चर्चा की गई:
1. देश के प्रत्येक जिले में सामाजिक न्याय केंद्र स्थापित करने और महिलाओं के लिए विशेष **मीडिएशन सेंटर** बनाने की योजना।
2. "घर-घर न्याय समाधान" के माध्यम से न्याय प्रणाली को हर नागरिक तक पहुंचाने का प्रयास।
3. **सामाजिक न्यायिक कार्ड** के माध्यम से कानूनी सहायता और मुफ्त परामर्श प्रदान करने की सुविधा।
4. महिलाओं को रोज़गार से जोड़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम।
बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया कि ग्रामीण और जरूरतमंद समुदाय के हर व्यक्ति को उनके अधिकार और कर्तव्यों की जानकारी मिले। **"सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण बोर्ड"** का उद्देश्य हर नागरिक को न्याय और समानता का अधिकार दिलाना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।
यह बैठक बोर्ड के "घर-घर न्याय" के मिशन को बढ़ावा देने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। बैठक ने दिखाया कि बोर्ड किस तरह से न्याय, अधिकार, और कल्याण के संदेश को समाज के हर कोने में ले जाने के लिए प्रयासरत है।