केरल पर्यटन ने यात्रियों को आकर्षित करने के लिए कार्यनीति में किया बदलाव

   




नई दिल्ली : वैश्विक रूप से प्राप्त पुरस्कारों और प्रशंसाओं से उत्साहित, केरल पर्यटन नई योजनाओं और कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आरंभ करेगा जो राज्य को ऐसे गंतव्य के रूप में बदल देगा जहां पर्यटक किसी भी मौसम में घूमने के लिए जा सकते हैं। साथ ही लगातार घूमते रहने वाले यात्रियों के ठहरने को आरामदायक ऊर्जावान और ग्रामीण इलाकों और कम प्रसिद्ध स्थानों के मनोरम आकर्षण को सामने लाते हुए उनकी यात्रा को एक सीखने वाले अनुभव में बदल देगा। 

 नए स्थलों के द्वार खोलना, एकदम नए पर्यटन सर्किटों की अवधारणा, बुनियादी ढांचे के विकास में निवेश, अवार्ड जीतने वाले रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पहल को व्यापक बनाना, जो पर्यटकों को ग्रामीण जीवन और स्थानीय समुदायों को लाभान्वित करने का अवसर प्रदान करता है, और बेहतर संपर्क साधनों (कनेक्टिविटी) को सुनिश्चित करना राज्य के नए सिरे से गठित पर्यटन की ऐसी पहल हैं, जिन पर उसका सारा ध्यान इस समय केंद्रित है। 

इसकी घोषणा आज शहर के इरोज होटल में केरल टूरिज्म पार्टनरशिप मीट के हिस्से के रूप में केरल पर्यटन के उप निदेशक (प्रभारी) श्री श्रीकुमार एस द्वारा संबोधित एक मीडिया सत्र में की गई। बैठक में दिल्ली के 200 से अधिक टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल एजेंटों ने भाग लिया।

 दिल मोहने वाली प्राकृतिक सुंदरता की भूमि के रूप में लोकप्रिय अपनी छवि से परे कुछ नया करने व दिखाने के उद्देश्य से, अब गतिविधि-संचालित और अनुभवात्मक पर्यटन पर भी जोर दिया जाएगा जिससे आगंतुकों को राज्य के अंदरूनी हिस्सों को देखने का अवसर मिलने के साथ उसके अज्ञात या छोटे-छोटे क्षेत्रों के बारे में जानने का मौका भी मिलेगा। इस वजह से यह राज्य को एक परस्पर जुड़ा हुआ पर्यटन स्थल बना देगा। 

 केरल को ग्लोबल वेडिंग डेस्टिनेशन और हनीमून मनाने आने वालों के लिए एक बेहतरीन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए एक ठोस कार्यनीति के हिस्से के रूप में, राज्य सरकार ने इस सफलतादायक भाग में इसकी विशाल क्षमता को उजागर करते हुए डिजिटल और एयरपोर्ट-आधारित मार्केटिंग अभियानों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोजेक्ट की घोषणा की है। तीन प्रोजेक्ट—'डेस्टिनेशन वेडिंग कैंपेन- एयरपोर्ट्स ट्रांसलाइट्स', 'डेस्टिनेशन वेडिंग कैंपेन-सोशल मीडिया, गूगल सर्च एंड डिस्प्ले ऐड्स' और 'प्रमोशन ऑफ डेस्टिनेशन वेडिंग माइक्रोसाइट'— जो इसे डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बनाने के लिए राज्य की अंतर्निहित शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

 







 'डेस्टिनेशन वेडिंग माइक्रोसाइट' प्रोजेक्ट के तहत, सर्वोत्तम वेडिंग डेस्टिनेशन की आकर्षक फोटो और अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में वर्णित ई-ब्रोशर तैयार किए जाएंगे। साथ ही, ई-ब्रोशर और वेब पेजों का ऑनलाइन प्रचार गूगल विज्ञापनों के माध्यम से भी किया जाएगा।

 केरल विश्व स्तर पर सराहे गए अपने रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म (आरटी) मिशन का भी फायदा उठाएगा, जो आगंतुकों को उनकी मेजबानी करने वाले समुदायों का सहयोग  करते हुए ग्रामीण जीवन का अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है। मिशन अब पर्यटन क्षेत्र में विभिन्न पहल शुरू करने के लिए स्थानीय समुदायों को प्रशिक्षण, विपणन और अन्य सहायता प्रणाली प्रदान करने वाला राज्य का पहला सरकारी स्वामित्व वाली संस्था (सोसाइटी) बन गई है। आरटी मिशन को एक सोसाइटी के रूप में पंजीकृत करने से इसे स्थानीय सरकारों और अन्य एजेंसियों से धन प्राप्त करने में मदद मिलेगी। 

आरटी पहल ने पिछले साल वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट (डब्ल्यूटीएम), लंदन में ग्लोबल अवार्ड जीता। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अब 2023में 52 अवश्य भ्रमण करने वाले स्थानों की सूची जारी करते हुए इसकी प्रसिद्धि को शानदार ढंग से सराहा है। उस सूची में केरल ही ऐसा राज्य है जो भारत में पर्यटन स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। 

 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में गहरी पैठ बनाने के लिए जिन अन्य पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा, उनमें चल रहे दिसंबर 2022 से अप्रैल 2023 तक चलने वाला कोच्चि-मुज़िरिस बिएननेल (केबीएम) है, जो भारत की अंतर्राष्ट्रीय समकालीन कला का एकमात्र आयोजन है, जिसके पांचवें संस्करण को कला के पारखी और दुनिया भर के पर्यटकों से शानदार प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। 

 केरल टूरिज्म एक ट्रेंड स्थापित करने वाले ‘कारवां टूरिज्म’ (केरावन केरल) और पुरस्कार विजेता ‘स्ट्रीट’ (STREET) को भी प्रदर्शित करेगा, जो सस्टेनेबल, टैंजिबल, रिस्पॉन्सिबल, एक्सपेरिमेंटल, एथनिक टूरिज्म गढ़ के लिए एक संक्षिप्त शब्द है, जो पर्यटन को राज्य के अंदरूनी और ग्रामीण इलाकों तक ले जाता है।

 केरल ने हाल ही में राज्य के कोने-कोने में ऐसे स्थलों को चिह्नित करने जहां पर्यटन की संभावना हो सकती है, और उन्हें विकसित करने के लिए ‘डेस्टिनेशन चैलेंज’ पहल शुरू की है। पर्यटन विभाग इस योजना में प्रमुख भागीदारों के रूप में पंचायतों जैसे स्थानीय स्व-सरकारी संस्थानों को शामिल करेगा, जो 'अनएक्सप्लोर द अनएक्सप्लोर' (अज्ञात को जानो) और राज्य के 





हर कोने में, यहां तक कि पंचायत स्तर तक, छोटे-छोटे गंतव्य स्थल बनाने की की अवधारणा पर आधारित है। इसका मतलब होगा कि प्रत्येक पंचायत में कम से कम एक गंतव्य स्थल।

 साथ ही, केरल के हाउसबोट्स, कारवां स्टे, जंगल लॉज, प्लांटेशन विजिट, होमस्टे, आयुर्वेद आधारित वेलनेस सॉल्यूशंस, कंट्रीसाइड वॉक और साहसिक गतिविधियां, जिसमें हरी-भरी पहाड़ियों की ट्रेकिंग शामिल है, आगंतुकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगी। एडवेंचर, वेलनेस, एमआईसीई और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म को भी उद्देश्य और उत्साह की भावना के साथ आगे बढ़ाया जाएगा।

 केरल पर्यटन प्रमुख भारतीय शहरों में जनवरी-फरवरी में व्यापार मेलों में भागीदारी और बी2बी रोड शो के आयोजन सहित यात्रा व्यापार नेटवर्किंग गतिविधियों की एक श्रृंखला भी शुरू करेगा। इनमें 2 से 4 फरवरी तक मुंबई में जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में चलने वाले ओटीएम (आउटबाउंड ट्रैवल मार्केट), और टीटीएफ (ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर) चेन्नई शामिल हैं, जहां राज्य की अनूठी पर्यटन सुविधाओं का प्रदर्शन किया जाएगा।

 साथ ही जनवरी में चंडीगढ़, जयपुर और लखनऊ में रोड शो आयोजित करने की योजना बनाई गई है। फरवरी में अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु में बी2बी ट्रेड मीट की एक और श्रृंखला आयोजित की जाएगी। 

 केरल के पर्यटन मंत्री श्री मोहम्मद रियास का कहना है कि हमारा ध्यान अब समुद्र तटों, बैकवाटर और हिल स्टेशनों तक ही सीमित नहीं रहेगा। "अब हम पूरे केरल को एक ऐसे परस्पर जुड़े पर्यटक स्थल में बदलना चाहते हैं जहां आगंतुकों को बहुत सारे विकल्प और विविध अनुभव मिलें। यह सब विविध अनुभवों की तलाश करने वाले आगंतुकों के लिए केरल की यात्रा को एक संपूर्ण अनुभव बना देगा, चाहे वह हाउसबोट या कारवां में ठहरना हो, पारिस्थितिक रूप से जिम्मेदार साहसिक गतिविधियों हों या विरासत और सांस्कृतिक केंद्रों का भ्रमण हो।

 हाल ही में मिले विश्वस्तरीय पुरस्कार और सम्मान पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में राज्य की समुदाय आधारित गतिविधियों को एक विशिष्ट पहचान देते हैं। सरकार का मानना है कि स्थायी पर्यटन विकास तभी सार्थक होगा जब इससे स्थानीय समुदायों को लाभ होगा। वैश्विक सम्मान से राज्य में विदेशी पर्यटकों के आगमन को प्रोत्साहन मिलेगा।

 केरल ने पिछले साल घरेलू पर्यटकों की संख्या में अभी तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। राज्य ने वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में 1.33 करोड़ पर्यटकों की मेजबानी की। गौरतलब है कि यह महामारी से पहले के वर्ष की तुलना में 1.94  प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। 

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