देश आजादी से पहले भी आत्मनिर्भर था ,है और रहेगा- आसिफ

 नई दिल्ली: किशोरी लाल फाउंडेशन के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन के उपलक्ष में नव निर्माण भारत के लिए आत्मनिर्भर भारत योजना का योगदान नामक विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में ऑल इंडिया मुस्लिम फ्रेंड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस एम आसिफ दिल्ली प्रदेश भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष जगदंबा सिंह एवं वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार संजय राय ने अपने विचार व्यक्त किए

संस्था के चेयरमैन कुलदीप शर्मा ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही आत्मनिर्भर भारत योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि आज देश के निर्माण में आत्मनिर्भर भारत योजना का बहुत बड़ा योगदान है जिस तरीके से महामारी के दौरान लोगों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ रहा है उससे नौजवान बहुत ही परेशान हो रहा है लेकिन आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत उन्हें अपना स्वरोजगार शुरू करने में आसानी हो रही है उन्होंने कहा कि संस्था समय-समय पर लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न विषयों पर सेमिनार आयोजित करती रहती है

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित एसएम आसिफ ने कहा कि देश आजादी से पहले भी आत्मनिर्भर था और आगे भी रहेगा देश के युवाओं को अपनी क्षमता के अनुसार कार्य करना चाहिए उन्होंने सरकार के आत्मनिर्भर भारत योजना के बारे में बताते हुए कहां की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करुणा संकट के इस दौर में भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के रास्ते का पैकेज का ऐलान किया था इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत अभियान का नाम दिया गया था और इस राहत पैकेज से भारत में लोगों को कामकाज करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है और यह कोशिश की गई है की आने वाले वर्षों में भारत अपनी जरूरत की अधिकता चीजों के लिए खुद पर आत्मनिर्भर हो जाए इसीलिए इस अभियान का नाम आत्मनिर्भर भारत रखा गया है जब देश का नौजवान आत्मनिर्भर होगा तो देश का भी विकास होगा! 

संजय राय ने विकास के वर्तमान वैश्विक मॉडल पर विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता क्या है इसे समझने के लिए हमें देश की बुनियादी इकाई गांव को देखना होगा। उन्होंने कहा कि 70 के दशक तक गांव में खेती किसानी आत्मनिर्भर थी। आज गांव ही नहीं बल्कि शहरों और कस्बों के समाज पर बाजार हावी हो गया है। विकास की दिशा में बदलाव की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर का यही मतलब है कि हर व्यक्ति अपने आपको इतना सक्षम बनाए कि उसे अपने जीवन यापन के लिए किसी के ऊपर निर्भर न रहना पड़े और वह जरूरतमंदों व कमजोर लोगों की सहायता कर सके।

उन्होंने कहा कि अधिकार उसी को मिलता है जो कर्तव्य करता है। नौकरी की मानसिकता से ऊपर उठकर उद्यम की मानसिकता को आत्मसात करके ही हम आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बना सकते हैं। हर काम के सरकार की तरफ देखने की प्रवृत्ति ने देश का बहुत नुकसान किया है।

इस अवसर पर बोलते हुए  जगदंबा सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में मोदी सरकार ने किसानों और गरीब लोगों को आर्थिक मदद देने का जो कार्य किया है उससे देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हुई है क्योंकि इस योजना के तहत सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की स्थिति को मजबूत करने के लिए नाबार्ड को आर्थिक मदद दी गई इसके साथ ही राज्यों को ग्रामीण विकास फंड आवंटित किया गया आज इस योजना की वजह से करो ना के कारण जो लोग बेरोजगार हुए उन्हें रोजगार करने में काफी मदद मिली है. 

इस अवसर पर संस्था के सचिव अमरचंद कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए संस्था कार्य करती आ रही है और आगे भी करती रहेगी उन्होंने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का हृदय से स्वागत किया. 

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार दीप कुमार, जीशान अली संजय कुमार, विनोद तकियावाले, प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक सेन राधेश्याम पांडे, विकास कपूर


अमरचंद, कृष्णा, सर्व सरगम म्यूजिकल ग्रुप की निर्देशिका कनिका शर्मा, आदित्य जैन आदि सहित काफी लोग उपस्थित थे. 

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