एनआरडीसी द्वारा कोविड-19 प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए 16 परियोजनाओं को वित्तीय सहायता


एनआरडीसी द्वारा 16 कोविड-19 प्रौद्योगिकियों के उन्नयन (स्केलिंग अप) और मान्यन के लिए वित्तपोषण (फंडिंग)



Delhi

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के तहत एक उद्यम नेशनल रिसर्च डिवेलपमेंट कारपोरेशन (एनआरडीसी) ने अपने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के अनुदान कार्यक्रम के तहत कोविड-19 से संबंधित प्रौद्योगिकियों के उन्नयन हेतु व्यावसायीकरण के लिए नवाचारकों से प्रस्ताव आमंत्रित किए ।


टेस्टिंग, ट्रेकिंगऔर ट्रीटिङ के क्षेत्र में कोविड-19 प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसमें शामिल है: उन्नयन (स्केल-अप) प्रक्रिया, प्रायोगिक संयंत्र अध्ययन, उत्पाद का सत्यापन/प्रमाणीकरण, नियामक प्राधिकरणों के साथ उत्पाद का पंजीकरण, फील्ड परीक्षण आयोजित करना, विष विज्ञानसंबंधी डेटा तैयार करना, प्रयोगशालास्तर पर विकास और औद्योगिक आवश्यकता के बीच अंतर को पाटनाताकि वाणिज्यिक उत्पादन और उत्पाद का विपणन सफल हो सके । 


विज्ञापन के माध्यम से एनआरडीसी से फंड प्राप्त करने के लिए 65 आवेदन प्राप्त हुए थे। आवेदनों का आकलन करने के लिए एक बाह्य तीन सदस्यीय प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था जिन्होंने वित्तपोषण के लिए 16 परियोजनाओं का समर्थन किया था क्योंकि वे तकनीकी रूप से सुदृढ़ और प्रासंगिक थी । वित्त पोषित की जाने वाली परियोजनाएं कोविड-19 के टेस्टिंग, ट्रेकिंगऔर ट्रीटिङ के क्षेत्र में हैं और समर्थन के लिए चयनित प्रौद्योगिकियां परीक्षण किट, सैनिटाइजर्स, वेंटिलेटर, पीपीई, मास्क और कोविअस्पताल उत्प्रवाही उपचार के क्षेत्र में हैं। चयनित संस्थानों और कंपनियों में से कुछ शामिल हैं; आईआईटी दिल्ली, सहजानंद टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, सूरत, आईडीएमआई मुंबई, आईएनएम इंडियन नेवी, मुंबई, ओमिक्स रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक्स लेबोरेटरीज बेंलुरु, वीबीआरआइ इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली, एफएफडीसी कन्नौज, सीबार्ट, नई दिल्ली, रुद्रनी हॉस्पिटैलिटी सॉल्यूशंस दिल्ली, एलएन इंडिटेस्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, भुवनेश्वर  और कुछ अकादमिक संस्थान और व्यक्तिगत नवाचारक।


एनआरडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, डॉ एच पुरुषोत्तम के अनुसार नवाचारी प्रौद्योगिकियों के स्केल अप और नमूने के लिए अनुदान राशि की उपलब्धता में भारी अंतर है और एनआरडीसी टीम ने राष्ट्रीय आपात आवश्यकता को बढ़ाने और कोविड-19 का मुकाबला करने में योगदान देने के लिए योजना तैयार की और इस वित्तीय सहायता से नवाचारकों और स्टार्टअप्स को प्रौद्योगिकी विकास प्रक्रिया में तेजी लाने और अगले एक वर्ष के भीतर बाजार में नवीन प्रौद्योगिकियों को लाने में मदद मिलेगी । उन्होंने आगे कहा कि एनआरडीसी ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकियों का एक संकलन तैयार किया है, जिसमें भारतीय संस्थानों और स्टार्टअप्स द्वारा विकसित लगभग 200 प्रौद्योगिकियों को सूचीबद्ध किया गया है और एनआरडीसी ने स्टार्टअप्स और एमएसएमई को 9 प्रौद्योगिकियों को हस्तांतरित किया है जो देश में कोविड-19 का मुकाबला करने में उपयोगी हैं।


 


 


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