चार दिवसीय भारतीय फैशन ज्वेलरी और एक्सेसरीज शो एक जून से
मेले में 200 से अधिक निर्यातक प्रदर्शित करेंगे अपने उत्पाद
ग्रेटर नोएडा/नई दिल्ली। भारतीय फैशन ज्वेलरी और एक्सेसरीज के 13वें संस्करण को वर्चुअल मेले के रूप में एक से 4 जून तक आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी ईपीसीएच के अध्यक्ष रवि के. पासी ने दी।
वेबिनार के माध्यम से शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 महामारी के परिणामस्वरूप लंबे समय तक तालाबंदी हुई और इसने प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को कंगाली के कगार पर पहुंचा दिया। इसने ग्लोबल सप्लाई चेन्स और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बाधित कर दिया है। सीमाओं के पार लोगों की आवाजाही एक भयावह स्थिति पर आ गई है। इसने न केवल दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है, बल्कि दुनिया में फेयर प्रदर्शनियों के आयोजकों को अपने शो को रद्द करने और लेन-देन के कारोबार के विकल्प की तलाश करने के लिए मजबूर किया है।
इस चिकित्सा संकट के कारण ईपीसीएच भी आईएचजीएफ-दिल्ली मेले के 49वें संस्करण का आयोजन नहीं कर सका, जो 15 से 19 अप्रैल, 2020 तक आयोजित किया जाना था। लेकिन, हमेशा की तरह ईपीसीएच ने लॉकडाउन के बाद से बेकार नहीं बैठकर अपने काम को शुरू किया और ऑडियो वीडियो वेबिनार के आयोजन से सदस्य निर्यातकों के साथ जुड़कर वर्चुअल फेयर के आयोजन का विचार लेकर आए। ताकि वे अपने सदस्य निर्यातकों के लिए शो चलाते रहें। इसलिए परिषद के सदस्यों को वर्चुअल फेयर की अवधारणा को समझने के लिए वेबिनार की एक श्रृंखला का आयोजन किया गया था, जिसे पूरी तरह से हैंडहेल्डिंग तकनीकी और साथ ही डिजाइन विशेषज्ञों के माध्यम से किया गया था। उन्होंने वर्चुअल फेयर के निर्माण के लिए सहायता प्रदान की और इसी के साथ उन्हें अपने बूथों में सर्वश्रेष्ठ तस्वीरें लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए फोटोग्राफिक सर्विस देने की पेशकश की।
राकेश कुमार के अनुसार पहला वर्चुअल फेयर 1 से 4 जून 2020 तक भारतीय फैशन ज्वैलरी एंड एक्सेसरीज शो में आयोजित किया जा रहा है। उसमें लगभग 200 से अधिक सदस्य निर्यातक अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे। प्रतिभागियों द्वारा फैशन ज्वेलरी, सेमी कीमती ज्वेलरी, स्टोल, स्कार्फ, शॉल, हैंड बैग, क्लच, पर्सए बेल्ट, पर्स, नेक टाई, बीड्स, स्टोन्स, क्रिस्टल, हेयर एक्सेसरीज, फैंसी फैशन फुटवियर, टैटोज और बॉटीज डिस्प्ले पर प्रदर्शित किये जायेंगे।
भारतीय फैशन ज्वैलरी और सहायक उपकरण के अध्यक्ष विनीत भाटिया ने कहा कि संबंधित क्षेत्र की परंपराओं और संस्कृतियों के अनुसार देशभर के शिल्प समूहों द्वारा फैशन ज्वेलरी और एक्सेसरीज उत्पादित किए जा रहे हैं और इसके उत्पादन में बहुत ताकत है। भारत को इस क्षेत्र में कला और शिल्प की समृद्ध विरासत के लिए जाना जाने लगा है, जिसके बाद से फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज की विदेशी बाजार में संभावनाएं बहुत अधिक हैं। भारतीय पारंपरिक और साथ ही समकालीन फैशन ज्वैलरी की बारीकी और विशिष्टता ने दुनिया के बाजार में ऐसे उत्पादों के लिए अपनी जगह बनाई है।
ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने कहा कि विदेशी खरीदारों और ज्यादातर भारतीय रिटेल बायर्स से अच्छी प्रतिक्रिया की उम्मीद है। क्योंकि ईपीसीएच द्वारा जोरदार प्रचार अभियान चलाया गया है, ताकि वर्चुअल ट्रेड फेयर में भाग लेने वाले प्रदर्शकों को आने वाले खरीदारों के साथ बातचीत करने से फायदा हो ।
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और दुनियाभर में हैंडीक्राफ्टेड उत्पादों की ब्रांड इमेज बनाने वाली एक सर्वोच्च संस्था है। ईपीसीएच दुनिया के सबसे बड़े आईएचजीएफ दिल्ली मेले का आयोजक भी है। टेक्सटाइल्स शो और हस्तशिल्प मेला यानी अईएचजीएफ दिल्ली फेयर जल्द ही जून और जुलाई के महीने में आयोजित होगा।