औषधालयों व रेलवे रिजर्वेशन सेंटरों पर भीड़, धक्का - मुक्की

कोरोना वायरस का भय कहां
नई दिल्ली
सोशल साइट पर प्रवचन देने वालों तथा कारोना वायरस से बचाव के बारे में जागरूकता फैलाने मे लगी सरकारी तंत्रों को घर व कार्यालयों से बाहर आ कर सीजीएचएस औषधालयों को विजिट करना चाहिए जहां रोजमर्रा के बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को दवाइयां लेने के लिए लंबी कतार में घटों खड़ा रहना पड़ रहा है। काउंटर के पास धक्का मुक्की करनी पड़ रही है। लगभग दो सौ मरीजों रोजाना पिछले एक सप्ताह इन औषधालयों पर देखा जा रहा है। औषधालयों में दवाइयां नहीं हंै। चिकित्सक द्वारा दवाइंया इंडेंट की जा रही है।जिसे लेने के लिए दो दिन बाद औषधालय जाना पड़ता है।
नोएडा सेक्टर 11 तथा लक्ष्मीनगर दिल्ली के सीजीएचएस डिसपेंसरियों का यह आंखों देखा हाल बयान कर रहा हूं। मरीजों में कोरोना को लेकर कोई खास भय नहीं है। कतारें लंबी और धक्का मुक्की वाली होती हैं।सोशल डिस्टेंसिेंग की बात  छोड़ दीजिए यहां तो एक इंच भी दूरी नहीं बरती जा रही है।हां एक दो मरीज मास्क लगाए दिख जाते हैं।
प्रेस क्लब तो बंद है लेकिन वहां का रेलवे रिजर्वेशन काउंटर खुला है। वहां भी यही हाल है। प्रेस क्ल्ब काउंटर के बाहर, शास्त्री भवन व कृषि भवन के सामने टिकट कैंसिल कराने व टिकट लेने वालों की लाइन खास कर काउंटर के समीप भीड़ देखी जा सकती है। बुकिंग कर्लक के पास कैश का अभाव रहता हैं। टिकट कैंसिल कराने वालों केा कैश आने का इंतजार करना पड़ता है। 
यह सावधानी बरती जा रही है। मीडिया संेटर में कोरोना के बारे में किए गए सरकारी उपाए पर बंीफिंग चल रहा है और बाहर कुछ दूर पर ही हकीकत में कोरोना से बचाव व ऐहतिहात का मजाक उड़ रहा है।


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