मीडिया, न्यायपालिका, सरकार और स्कूल सभी को लैंगिक समानता सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी - पीयूष गोयल

विश्व के मुख्य न्यायधीशों का 20वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन का उद्घाटन



  • त्रिनिदाद एवं टौबेगो देश के पूर्व राष्ट्रपति, हैती व लसोथो गणराज्य के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ विश्व के मुख्य न्यायधीश और न्यायधीशों ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धासुमन अर्पित किए

  • 75 देशों से राज्य और केंद्र प्रमुख, संसद अध्यक्ष, न्यायमंत्री समेत 285 से अधिक सम्मानित प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा

  • लैंगिक समानता लाने में मीडिया, न्यायपालिका, सरकार और स्कूल की भूमिका, लोकतांत्रिक विश्व व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, वैश्विक पर्यावरण जैसे मुद्दों पर हुई चर्चा


नई दिल्ली: मीडिया, न्यायपालिका, सरकार और दुनिया भर के स्कूलों को विश्व में लैंगिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने की आवश्यकता है, ऐसा कहा केंद्रीय वाणिज्य और रेलवे मंत्री पियूष गोयल ने। विश्व के मुख्य न्यायधीशों के सात दिवसीय 20वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र पर आयोजित लैंगिक समानता लाने में मीडिया, न्यायपालिका, सरकार और स्कूल की भूमिका” विषय पर आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में केंद्रीय वाणिज्य और रेलवे मंत्री पियूष गोयल बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को लैंगिक समानता के लिए आवाज उठाने के लिए बधाई दी, जो वर्तमान परिदृश्य में अत्यंत महत्वपूर्ण है।


इस अंतर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में लोकतांत्रिक विश्व व्यवस्था, आर्टिकल 51, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, वैश्विक पर्यावरण, लिंग समानता, लिंग न्याय और बालिकाओं से संबंधित मुद्दों सहित विभिन्न वैश्विक समस्याओं पर चर्चा हुई। इसके अलावा दुनिया के 2.5 बिलियन से अधिक बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, मुख्य न्यायाधीश, कानूनविद, अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 75 देशों के 285 से अधिक सम्मानित प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। दिल्ली में प्रस्थान के बाद सुबह त्रिनिदाद एवं टौबेगो देश के पूर्व राष्ट्रपति, हैती व लसोथो गणराज्य के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ विश्व के मुख्य न्यायधीश और न्यायधीशों ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।


इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन के संयोजक और सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के संस्थापक प्रबंधक डॉ. जगदीश गांधी ने कहा कि आदमी और औरत मानवता के पक्षी के दो पंखों की तरह हैं। इन दोनों पंखों को मजबूत करने के लिए सभी को हाथ मिलाने की जरूरत है क्योंकि केवल मजबूत पंख ही मानवता के पक्षी को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा सकते हैं और सभी का कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस साझा मंच पर कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों, मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों और शांति प्रचारकों का जमावड़ा वास्तव में इस बात का संकेत है कि कुछ अच्छा होने वाला है, जो मानवता को एक नई दिशा की ओर ले जाएगा।


सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के पीआरओ ऋषि खन्ना ने बताया कि इन गणमान्य व्यक्तियों के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें इन गणमान्य व्यक्तियों से भारत के राष्ट्रपति की मुलाकात होगी व उनके साथ चाय पीकर महामहिम रामनाथ कोविंद उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने आगे बताया कि ये प्रतिनिधि 8 से 12 नवंबर तक आयोजित होने वाले विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 20वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे। इन दिनों के दौरान, वे दुनिया के 2.5 बिलियन बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की सुरक्षा के तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे। यह अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम लखनऊ के विश्व विख्यात सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में आयोजित किया गया।


 


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