: नारी_सशक्तिकरण के लिए नवरत्न_फाउंडेशन्स सतत् प्रयासरत*

महिला_सशक्तिकरण_अभियान_अस्तित्व*


नोएडा।समाज के सर्वांगीण विकास के लिये महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दे समानता के अधिकार को सुनश्चित करवाने की दिशा में गैर सरकारी स्वयं सेवी संस्था नवरत्न फाउंडेशन "आस्तित्व" अभियान के जरिये राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र के ग्रामीणांचल में मिशन 100 लेकर प्रभावी और कारगर कदम उठा रही है।आधुनिकता के इस दौर में शहरी क्षेत्रों में नारी पुरुषो के लगभग साथ साथ चल रही हैं लेकिन देहाती क्षेत्रों में लिंग भेद के चलते आज भी वो पुरुषों की अपेक्षा कम शिक्षित होने के कारण रोजगार में काफी पीछे हैं , परिणाम स्वरूप परिवार का यह पहिया कमजोर होने के कारण विकास रूपी गाड़ी की रफ़्तार बहुत धीमी है।
       यूँ तो प्राचीन समय से समय समय पर नारी सशक्तिकरण पर विचारको, सरकारों ने और संविधान ने बहुत अच्छे नियम बनाए और उसे अमल भी करवाया जिससे प्राचीन समय से अब की स्थिति में काफी सुधार हुआ।सती प्रथा, बाल विवाह जैसी कुरीतिया तो पहले ही बन्द करवाई गयीं, दहेज प्रथा पर कठोर नियम बनाए गए।अब मामला आया महिला स्वावलम्बन का तो सरकारी क्षेत्रो में आरक्षण दे प्रोत्साहन दिया गया और बढ़ चढ़ कर सहभागिता निभाई लेकिन उसका फायदा औसतन शहरी महिलाओं को शिक्षित होने के कारण ज्यादा मिला।
      ग्रामीण महिलाओ की इन दशाओ को दृष्टिगत रखते हुए समाज में लोकप्रिय नॉन गवर्मेंट नॉन प्रॉफिट संस्था नवरत्न फाउंडेशन ने विभिन्न अभियानों के माध्यम से महिलाओ को सबल बनाने का अनूठा प्रयास किया।उत्तर भारत की महिलाओं को दक्षिण भारतीय महिलाओ के बराबर लाने की संस्था की इस मुहिम को कई समाज सेवियों, संस्थाओ का अपार सहयोग मिला जिससे प्रफुल्लित संस्था ने नवरत्न ज्ञान पीठ, प्रतिभा सम्मान, पावस संगीत, आस्तित्व आदि अभियान चला कर महवपूर्ण उपलब्धियां दर्ज करवाई। महिलाओ को सबल बनाने के लिए सबसे पहले उन्हें आर्थिक आधार पर मजबूत करने का निर्णय लिया और मिशन 100 का आस्तित्व अभियान के तहत चलाया।संस्था ने विचार किया कि आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए रोजगार व स्वरोजगार की शिक्षा जरूरी है।इसके लिए प्राथमिक शिक्षा नवरत्न ज्ञान पीठ में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को दिलवानी शुरू कर दी है।
    नवरत्न ने महिलाओ को आर्थिक रूप से सबल बनाकर समानता का अधिकार दिलाने, बढ़ती महगाई में परिवार के जीविकोपार्जन कैसे हो जैसे ज्वलन्त विचारों से प्रेरित हो आस्तित्व अभियान चलाया जिसमे सहयोग के लिए ऐसी ही विचारधारा के काफी लोग निकल कर आगे आये।
फैशन के इस आधुनिक दौर में सिलाई , कढ़ाई की शिक्षा के लिए नाम के अनुरूप "आस्तित्व" अभियान चला कर महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया।जनता और समाजसेवियों के सहयोग से मिली सफलता से से गदगद संस्था के कार्यकर्ताओ ने अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक कर अभियान का एक लक्ष्य तय किया और मिशन 100 नाम देकर उसकी कार्ययोजना बना  कर क्रियान्वयन में लग गए।समूचे एनसीआर में इस महिला सशक्तिकरण अभियान अस्तित्व के तहत लगभग 32 महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोले जा चुके हैं। जिसमे अब तक इस अभियान में तकरीबन 8000 से ज्यादा महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं।नवरत्न परिवार के इस विचार को अग्रसारित करने के लिए सहयोगी संस्थाओं के साथ साथ नवरत्न फाउंडेशन अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव की अगुवाई में पूरा नवरत्न परिवार सतत् प्रयासरत् हैं।


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