सूर्य ने कर लिया मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश , कोरोना का कहर धीमा होगा,

लेकिन मरीज बढ़ेंगे


मेरठ। 7 जून रविवार की रात 12 बजकर 29 मिनट पर सूर्य नारायण देव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश कर गए हैं। वह 14 जून 2020 को राशि बदलेंगे और 21 जून की रात 11 बजकर 27 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर जायेंगे। नवग्रहों में सूर्य सर्वप्रमुख देवता हैं। 


सूर्यदेव को आत्मा का कारक माना गया है। यह पिता का प्रतिधिनित्व करते हैं। सूर्य देव के मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही पूरे संसार में परिवर्तन आ चुका है। कोरोना का कहर धीमा पर मरीज बढ़ेंगे। मृगशिरा नक्षत्र का स्वामी मंगल साक्षात अग्नि है। इससे नक्षत्र में सूर्य को बल मिलेगा। सूर्य संसार का सबसे बड़ा सेनिटाइजर है, अर्थात सबसे बड़ा विषाणु नाशक है। 


सूर्य का यह गोचर कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। इसी गोचर के बीच 14 जून की रात सूर्य अपनी राशि का परिवर्तन करेगा और इसके साथ ही सूर्य के प्रकाश मे भी बदलाव हो जाएगा। 
 
एक और महत्वपूर्ण खगोलीय घटना ये होगी कि सूर्य के इसी नक्षत्र मे गोचर के अंतिम दिन यानि 21 जून को दोपहर पहले सूर्य को ग्रहण लगेगा। इसमें जानने और ध्यान देने की बात ये है कि उस दिन ग्रहण स्पर्श के समय सूर्य और चंद्रमा दोनों ही मृगशिरा नक्षत्र मे होंगे, जो हमारी धरती के लिए नुकसानदायक है। जबकि ग्रहण मोक्ष के समय चंद्रमा आर्द्रा नक्षत्र में जा चुका होगा। उसी रात 11.28 बजे सूर्य भी आर्द्रा नक्षत्र में चला जाएगा। सूर्य के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर अलग अलग पड़ेगा। सभी सावधान और सुरक्षित रहें।


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