नोएडा कंटेनमेंट जोन में 2000 उद्योगों के खुलने का रास्ता साफ,भूखमरी के कगार पर पहुंच चुके श्रमिकों में दिखी जीने की आशा

एनईए अध्यक्ष विपिन मल्हन के साथ बैठक के बाद डीएम ने दी मंजूरी

 

नोएडा। नोएडा एंटरप्रिन्योर्स एसोसिएशन (एनईए) के प्रयास से कंटेनमेंट जोन में स्थित लगभग 2000 औद्योगिक इकाइयों के खुलने का रास्ता साफ हो गया। इससे पूर्व एनईए के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष विपिन मल्हन के नेतृत्व में जिलाधिकारी सुहास एलवाई के साथ बैठक की। उसमें एनईए ने झुग्गियों के आसपास के इलाके को कंटेनेमेंट जोन घोषित करने से लगभग 2000 उद्योगों के बंद होने का मुद्दा उठाया। उसके बाद डीएम ने कंटेनमेंट जोन में स्थित औद्योगिक इकाइयों को खोलने की अनुमति दे दी। 

 

एनईए के प्रवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि अध्यक्ष विपिन मल्हन ने डीएम के सामने औद्यौगिक सेक्टर-5, 8, 9 और 10 के आसपास अवैध रूप से बसाई गई झुग्गी बस्तियों का मुद्दा उठाया और कहा कि उनकी वजह से हजारों उद्योग प्रभावित हो रहे हैं। उनमें कोरोना के मरीज निकल रहें हैं। उसका दुष्प्रभाव औद्यौगिक इकाइयों पर पड़ रहा है। इन क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित करने की वजह से लगभग 2000 इकाइयां बंद पड़ी हैं। 

 

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने एसीपी अरुण कुमार सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट उमा शंकर को एनईए प्रतिनिधियों के साथ से दौरा कर रिपोर्ट देने को कहा। जिलाधिकारी की ओर से नामित अफसरों ने सेक्टर- 5, 8, 9 और 10 का दौरा कर हालात का जायजा लिया और यह तय किया कि झुग्गियों से हटकर भीतरी सड़कों पर जो भी इकाइयां हैं, उन्हें चालू किया जा सकता है। 

 

एनईए अध्यक्ष ने बताया कि अभी कोरोना मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों को आत्मनिर्भर बनने का मंत्र दिया है। अब उद्यमी घर पर नहीं बैठ सकते। वे दो गज की दूरी और  सरकार की गाइड लाइन का पालन कर उद्योग चलाएंगे। 

 

विपिन मल्हन ने कहा कि जो भी श्रमिक औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत हैं, उसकी सूची सभी उद्यमियों पास है। उनके पास जो सीमित संख्या में श्रमिक हैं, उन्हीं के सहारे काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब कन्टेनमेंट जोन की 95 प्रतिशत इकाइयां खुल जाएंगी। शेष 5 प्रतिशत इकाइयों को भी शीघ्र खोलने के लिए बातचीत की जाएगी। उन्होंने उद्यमियों से अपील की है कि वे सरकार की गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करें और इकाइयों में प्रवेश, निकास, कॉमन प्लेस पर थर्मल स्क्रीनिंग मशीन, हैंडवाश और सेनिटाइजर की व्यवस्था करें। बिना फेसकवर या मास्क के किसी को भी औद्योगिक इकाई में प्रवेश की अुनमति न दें। 

 

इस अवसर पर एनईए के उपाध्यक्ष मोहम्मद इरशाद, कोषाध्यक्ष शरद चन्द्र जैन, सह कोषाध्यक्ष नीरू शर्मा, सचिव कमल कुमार, अनूप भण्डारी, नरेन्द्र थरेजा और सत्य नारायण गोयल आदि मौजूद थे। 

 

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