नेफोवा ने प्राधिकरण के रवैये पर जताई नाराजगी, सीएम योगी को लिखी चिट्ठी 

आम्रपाली मामले में केंद्र से स्ट्रेस फंड के लिए पहल करने की अपील


नोएडा। एक अदद आशियाने के लिए जीवनभर की कमाई बिल्डरों को सौंपने वाले बायर्स के हक के लिए लड़ाई लड़ रही संस्था नेफोवा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट में आम्रपाली मामले में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दोहरे रवैये पर नाराजगी जताई है। नेफोवा तथा आम्रपाली के खरीददारों का मानना है कि एक ओर जहां राज्य सरकार और खुद मुख्यमंत्री हर मीटिंग में खरीदारों के साथ खड़े होने की बात करते हैं, वहीं असल में प्राधिकरण बजाय घर खरीददारों की समस्या का समाधान निकालने के, उल्टा उनसे लैंड के बकाये रकम वसूलने की तैयारी में है। प्राधिकरण कभी भी कोर्ट में बायर्स के हितों की रक्षा के लिए कदम उठाते नहीं दिखा। 


नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती ने बताया कि 22 मई,2020 को सुप्रीम कोर्ट में आम्रपाली मामले में सुनवाई हुई थी। उसमें प्राधिकरण ने आम्रपाली को अलॉट किये गए लैंड के बकाये रकम की ब्याज समेत वसूली फ्लैट खरीददारों से करने का निवेदन किया था। उसके बाद से ही आम्रपाली के घर खरीददारों ने प्राधिकरण के रवैये पर काफी नाराजगी जताई थी। तब से लगातार प्राधिकरण और सरकार के खिलाफ ट्विटर तथा सोशल मीडिया पर आवाज उठाई जा रही है। 


श्वेता भारती ने बताया कि मंगलवार को भ्ी नेफोवा ने सीएम योगी को भेजे पत्र को आम्रपाली के बायर्स ने ट्विटर पर सरकार के नुमाइंदे को टैग कर खरीददारों के हित में कदम उठाने की अपील की है। साथ ही निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने के लिए स्ट्रेस फंड उपलब्ध कराने के लिए जरूरी पहल करने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि 10 जून को सुप्रीम कोर्ट में आम्रपाली मामले की अगली सुनवाई होगी। 


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