रेलटेल द्वारा पहले चरण में भारतीय रेलों की 58 इकाइयों को कागज रहित कार्यालय बनाया गया

रेलटेल द्वारा 50000 उपयोगकर्ताओं हेतु व 58 इकाइयों में एनआईसी ई ऑफिस के पहले चरण  के क्रियान्‍वयन के सफल समापन के बाद , भारतीय रेलवे ने परियोजना के दूसरे चरण  के लिए रेल मंत्रालय के अंतर्गतएक मिनीरत्न पीएसयू, रेलटेल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं । श्री उमेश बलौदा,कार्यकारी  निदेशक, दूरसंचार विकास, रेलवे बोर्ड और श्रीमती हरीतिमाजयपुरियार, महाप्रबंधक,आईटी परियोजना,रेलटेल नेश्री विनोद कुमार यादव,अध्यक्ष ,रेलवे बोर्ड, श्री प्रदीप कुमार,सदस्य,सिगनल एवं दूरसंचार, रेलवे बोर्ड, श्री पुनीत चावला,सीएमडी , रेलटेल एवं रेलवे और रेलटेल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए ।


दूसरे चरण में, रेलटेल एनआईसी ई ऑफिस प्‍लेटफार्म पर 34 रेलवे डिविजनों के 39000 उपयोगकर्ताओं को 30 जून, 2020 तक पंजीकृत करेगा । रेलटेल ने एनआईसी ई ऑफिस क्रियान्‍वयन का पहले चरण का कार्यमार्च 2020 तक पूरा करने के आदेशके साथ प्रारंभ किया ।  लेकिन रेलटेल ने तीव्रगति से क्रियान्‍वयन के साथ कार्य को समय से पूर्व ही पूरा कर लिया और भारतीय रेलों पर 50000 + उपयोगकर्ताओं को सफलतापूर्वक तैयार किया तथा 6 महीने के अल्‍प समय में प्‍लेटफार्म को संभालने के लिए कार्यपालकों को प्रशिक्षित किया ।


एनआईसी ई-ऑफिसराष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) द्वारा विकसित किया गया एक क्‍लाउड एनेबल्‍ड साफ्टवेयर है जिसे सिकंदराबाद और गुरुग्राम स्थित रेलटेल टीयर III प्रमाणित डाटा सेंटरसे स्‍थापित/होस्‍ट किया जा रहा है ।  यहकेंद्रीय सचिवालय मैनुअल कीई-ऑफिस पद्धति(CSMeOP)पर आधारित है।  वर्तमान में 4 मॉड्यूल, फाइल मैनेजमेंट सिस्टम ( eFile ), नॉलेज मैनेजमेंट सिस्टम (KMS) सहयोग और संदेश सेवा (CAMS) और कार्मिक सूचना प्रबंधन प्रणाली (PIMS)क्रियान्वित की जा रहीई-ऑफिस प्रणाली के भागहैं।


इस परियोजना में सबसे बड़ी चुनौती रेलवे कर्मचारियों को मैनुअल फाइलिंग सिस्टम के स्‍थान पर ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित और तैयारकरना था । रेलटेल ने उपयोगकर्ताओं की ट्रेनिंग और हैंडहोल्डिंग के पहलू का ध्यान रखा है ताकि वे प्रणाली के साथ प्रभावी हो सकें और इसे निर्बाधरुप से अपना सकें।ई-ऑफिस में पूर्ण पारदर्शिता होती है क्योंकि एक बार फाइल पर लिखे गए किसी भी लेख को बदला या पूर्ववत् नहीं किया जा सकता है । त्वरित फ़ाइलों का निपटान और लंबित फाइलों की व्यवस्थित, समय पर निगरानी एनआईसी ई-आफि़स के अन्य तात्कालिक लाभ हैं।


उपरोक्त लाभों के साथ, भारतीय रेलवे जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए कार्य संस्कृति को बदल रहा है ।ई-ऑफिसजो न केवल पेपर-रहित संस्कृति को बढ़ावा देता है बल्कि कार्बन फुट प्रिंटको भी कम करेगा परिचालन लागत को बचाएगा, जो दुनिया की सबसे जरूरी आवश्‍यकता है और देश के प्रत्येक नागरिक को सीधे प्रभावित करती है।


 


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