अपरिपक्व तरीके से नोटबन्दी व जीएसटी देश पर थोपने का ही दुष्परिणाम है आर्थिक मन्दी : मायावती


नई दिल्ली : बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने आज पार्टी की आल-इण्डिया की बैठक (उत्तर प्रदेश को छोड़कर) में पार्टी संगठन की तैयारियों व सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के सम्बन्ध में जारी कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की और इस सम्बन्ध में आगे की तैयारियों के लिए जरुरी दिशा-निर्देंश दिये।
 बी.एस.पी. उत्तर प्रदेश यूनिट कार्यालय 12 माल एवेन्यू में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में विभिन्न प्रदेशों व देश की ताजा राजनीतिक स्थिति की भी समीक्षा की गई तथा आगे की चुनौतियों का सही ढंग से सामना करने के लिए पार्टी संगठन को हर प्रकार से चुस्त व दुरुस्त करने की हिदायत दी गई।
 महाराष्ट्र प्रदेश के ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों के साथ-साथ झारखण्ड विधानसभा के चुनाव तथा शीघ्र ही होने वाले दिल्ली विधानसभा आमचुनाव के सम्बन्ध में भी विशेष चर्चा की गई।
 इस बैठक को सम्बोधित करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की 06 दिसम्बर को होने वाले पुण्यतिथि के कार्यक्रम संगोष्ठी के रुप में इस वर्ष भी आयोजित किये जायेंगे। जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों की भागीदारी जरुरी है। इन संगोष्ठियों में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन संघर्षों को रेखांकित करने के साथ-साथ बहुजन समाज के हाथों में सत्ता की मास्टर चांभी प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा किये गये उनके प्रयासों व अनवरत संघर्षों का वर्तमान समय में महत्व आदि के सम्बन्ध में लोगांे को जागरूक करने की जरुरत है, क्योंकि वर्तमान राजनीतिक वातावरण में खासकर दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग व अल्पसंख्यक समाज के करोड़ों लोगों को उनके बुनियादी कानूनी व संवैधानिक हकों से वंचित रखने का हर प्रकार का षडयंत्र किया जा रहा है जो अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण है।
सुश्री मायावती जी ने आगे कहा कि यू.पी. में खासकर लखनऊ मण्डल के लोग पूर्व की भाँति अपना श्रद्धा-सुमन कार्यक्रम राजधानी लखनऊ में गोमती नदी के तट पर बी.एस.पी. सरकार द्वारा निर्मित भव्य व ऐतिहासिक डाॅ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल में ही आयोजित करेंगे जबकि यू.पी. के अन्य लोग सेक्टर स्तर पर भव्य संगोष्ठी के माध्यम में श्रद्धा-सुमन कार्यक्रम करेंगे और बाबा साहेब को नमन करेंगे व श्रद्धांजलि देंगे। इस कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर सफल बनाने की अपील की गई। 
इसके अलावा 15 जनवरी को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बी.एस.पी. मूवमेन्ट की महानायिका व बहुजन समाज के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की प्रतीक बहन कु. मायावती जी का जन्मदिन भी ''जनकल्याणकारी दिवस'' के रूप में मनाया जाएगा।
देश के वर्तमान हालात का संज्ञान लेते हुए सुश्री मायावती जी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि काफी आपाधापी में व अपरिपक्व तरीके से देश में नोटबन्दी व जी.एस.टी. थोपने आदि का ही दुष्परिणाम है कि देश को आर्थिक मन्दी के खतरे का सामना करना पड़ रहा है। रोजगार चैपट है तथा बेरोजगारी जबर्दस्त तरीके से लोगों को परेशान कर रही है तथा आम जनजीवन बुरी तरह से देश में प्रभावित है। इस प्रकार से बीजेपी ने भी कांग्रेस पार्टी की ही तरह देश व यहाँ की सवासौ करोड़ से अधिक जनता व मेहनतकश लोगों को हर प्रकार से बेहाल व बदहाल कर दिया है जो अति-चिन्ता की बात है। 
सुश्री मायावती जी ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की सही  संवैधानिक व मानवतावादी सोच के आधार पर ही देश को चलाकर यहाँ देश का भला किया जा सकता है जिसके लिए केवल बी.एस.पी. मूवमेन्ट ही समर्पित है, जिसके प्रति लोगों में जागरूकता भरपूर तौर पर पैदा करने की जरूरत है। 


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